September 26, 2023

रेलबजट में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को वर्कशॉप को 70.95 करोड़ मिले

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बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को रेल बजट 2019-20 में ज़ोन के अंतरगत आने वाले वर्कशॉपों के लिए 70.95 करोड़ का आबंटन किया गया । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर एवं मोतीबाग वर्कशॉप, नागपुर है | वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर में मालगाड़ियों के वैगनो का जीर्णोद्धार कटे हुए रखरखाव किया जाता है एवं मोतीबाग वर्कशॉप, नागपुर यात्री गाड़ियों के कोचों का, रैकों का सर्वांगीण रखरखाव किया जाता है ।
        हिंदुस्तान की विभिन्न संस्कृतियों को एक सूत्र मे पिरोने वाली परिवहन प्रणाली है भारतीय रेल । भारत के विकास का मार्ग प्रशस्त करने हेतु भारतीय रेल ने दुर्गम ईलाकों मे हज़ारों की संख्या में हमारे ज़ोन से ट्रेने चलाई है जिनमें लाखों की संख्या में यात्री सफ़र कर रहें है साथ ही साथ औद्योगिक क्रांति के आवश्यकता अनुरूप अपने को तैयार रखने हेतु हर संभव तकनीकी विकास करते हुए हमने यात्री सेवा हो या माल सेवा सभी क्षेत्र में आधुनिकतम वर्कशॉप, शेड तैयार उद्योग एवं यात्रियों को आधुनिकतम रेल सुविधाए उपलब्ध कराकर देश की सेवा में अग्रसर है । आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के वर्कशॉप एवं कई शेड उपलब्ध हैं जहा वैगनो, कोचों एवं इलेक्ट्रिकल एवं डीज़ल लोको के सभी महत्वपूर्ण प्रकार से रखरखाव किया जाता है । 
वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर- भारतीय रेलवे के प्रमुख वर्कशॉप में से एक है जो वैगनों के विभिन्न वर्गों की मरम्मत करती है । वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर, में जुलाई 1968 के महीने में फर्स्ट वैगन का रख रखाव किया गया था । इस वैगन रिपेयर शॉप में वर्तमान वित्तीय वर्ष के मई 2019 में 500 वैगनों के रखरखाव का लक्ष्य रखा गया था जिस पर 527 के औसत पर वैगन का रखरखाव किया गया है | इस प्रकार चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए वैगन रिपेयर शॉप रायपुर में प्रतिदिन 20 बैगन अर्थात 6000 वैगन प्रति वर्षा रखरखाव करने का लक्ष्य रखा गया है | सभी प्रकार के वैगन POH के अलावा, BOXN वैगनों का पुनर्वास और BOXNHL और BVZI वैगनों के जुड़वां पाइप प्रणाली के रूपांतरण भी किए जा रहे हैं । वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर, की कुछ महत्व पूर्ण बातें —
1.यहाँ माल गाड़ियों में प्रयोग होने वाली विभिन्न सभी प्रकार के वैगनो की मरम्मत एवं सम्पूर्ण रखरखाव की जाती है | 

2. इस वर्कशॉप से सर्व प्रथम वैगन जुलाई 1968 में रखरखाव् के बाद बाहर निकला |
3. वर्कशॉप कुल सीमा क्षेत्र 551 एकड़ में बसाहट की गयी है | 
4. IMS (एकीकृत प्रबंधन प्रणाली में ISO 9001, OHSAS 18001 और ISO 14001 शामिल हैं) 
5. यह वर्कशॉप 8 गैर रेलवे ग्राहक जैसे एनटीपीसी, बाल्को, नाल्को, सेल, सीजीएसईबी / एमपीईबी इत्यादि के द्वारा प्रयुक्त किये जाने वाले रोलिंग स्टाक को ओवरहॉल का कार्य एवं  व्हील सेट और वैगनों की पीओएच मरम्मत प्रदान करके उनमें दृढ़ता, समर्पण और उत्कृष्टता के साथ रेल के हितों की सेवा करने के अलावा, यह कार्यशाला एनटीपीसी, बाल्को, नाल्को, सेल, एमपीईबी इत्यादि जैसे अन्य महत्वपूर्ण उद्योगों की जरूरतों को भी पूरा कर रही है, उन्हें ओवरहॉल व्हील सेट प्रदान की जा रही है तथा उनके वैगनों की पीओएच मरम्मत वैगन रिपेयर भी हम कर रहे है | 
मोतीबाग वर्कशॉप, नागपुर— पूर्व में नैरो गेज की यात्री गाड़ियों के कोचों के रखरखाव के लिए नागपुर में 1879 में स्थापित किया गया था, जिसे आज बड़ी लाइन के गाड़ियों की कोचों एवं रिको के सम्पूर्ण रखरखाव के लिए विकसित किया गया है | तत्कालीन नागपुर छत्तीसगढ़ राज्य रेलवे के रोलिंग स्टॉक को पूरा करने के लिए बीएनआर के नाम से जाना जाता था । 1955 के बाद से पूर्वी रेलवे अप्रैल 2003 से, एस.ई रेलवे के तत्कालीन विभाजन के बाद कार्यशाला एस.ई.सी रेलवे बिलासपुर ज़ोन के अधीन आ गई है । MIBW को नवाचारों के निरंतर प्रयास में शामिल किया गया है। यहाँ यात्री सुविधाओं से सम्बंधित अनेक प्रकार की नए इनोवेशन भी लगातार किये जा रहे है |                             

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