अखण्ड धरना आंदोलन : यहां से चुने गये जनप्रतिनिधि के उदासीनता के कारण ही बिलासपुर में हवाई सुविधा का है आभाव


बिलासपुर. अखण्ड धरना आंदोलन के 167वें दिन समिति के सदस्य धरने पर बैठे और सभी ने कहा कि बिलासपुर और रायपुर में विकास का अन्तर राज्य निर्माण के समय 1 अनुपात 2 था जो आज बढ़कर 5 गुना हो गया है और इसका बड़ा कारण बिलासपुर में हवाई सुविधा का ना होना है इसके लिए कही न कही यहां से चुने गये जनप्रतिनिधि जिम्मेदार है। बिलासपुर को अपना हक हर बार लड़कर या धरना प्रदर्शन करके ही लेना पड़ता है।

आज की सभा में बोलते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि बिलासपुर रेलवे जोन देश का सर्वाधिक आय देने वाला जोन है, जबकि इसके निर्माण के पूर्व रेलवे अधिकारी रेलवे जोन के औचित्य पर सवाल उठाते थे। आज जो भी लोग हवाई अड्डे की जरूरत पर सवाल उठा रहे है वे देखेगें कि एक बार बिलासपुर हवाई अड्डा चालू होने पर 10 साल के भीतर बड़ा और व्यस्त हवाई अड्डा कहलायेगा। उन्होंने ने कहा कि बिलासपुर के नागरिकों को अपनी आवश्यक्ता को प्राप्त करने के लिए हर बार धरना आंदोलन का सहारा लेना पड़ता है। आज हवाई सुविधा प्राप्त करने के लिए भी 167 दिन से जनसंर्घष समिति के सदस्य लगातार धरना आंदोलन कर रहे है। केन्द्र सरकार को बिलासपुर की इस जायज मांग पर शीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए, अन्यथा बिलासपुर कि जनता को ये संदेश जा रहा है कि उनकी उपेक्षा हो रही है।

सभा में संबोधित करते हुए शालिकराम पाण्डेय ने कहा कि राज्य निर्माण के 19 साल के बाद भी बिलासपुर में एयरपोर्ट का न होना एक सुनियोजित षड़यंत्र है, जो रायपुर के व्यवसायी एवं अधिकारियों के द्वारा लगातार किया जा रहा है। वे नहीं चाहते कि बिलासपुर का व्यापार आगे बढ़े जिसके कारण रोजगार और व्यवसाय के क्षेत्र में बिलासपुर लगातार पिछड़ता जा रहा है।

धरने आंदोलन में बद्री यादव, सुदीप श्रीवास्तव, केशव गोरख, नरेश यादव, विभूति भूषण गौतम, देवेन्द्र सिंह, राकेश, दिनेश रजक, मोशीन अली, संतोष पीपलवा, समीर अहमद बबला, रामनरेश घनकर आदि शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन मनोज श्रीवास ने किया एवं आभार अशोक भण्डारी ने किया।

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