अटकलों पर विराम : TikTok के अमेरिकी ऑपरेशंस को खरीदने जा रही है माइक्रोसॉफ्ट
वॉशिंगटन.अटकलों पर विराम लगाते हुए माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने यह साफ कर दिया है कि वो चीनी ऐप TikTok के अमेरिकी ऑपरेशंस को खरीदने की इच्छुक है और इस बारे में बातचीत जारी है.
कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ‘माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला (Satya Nadella) और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald J Trump) के बीच बातचीत के बाद, माइक्रोसॉफ्ट अमेरिका में टिकटॉक को खरीदने के लिए चर्चा जारी रखने के लिए तैयार है’. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से यह दावे किये जा रहे थे कि TikTok की मूल कंपनी बाइटडांस अपने अमेरिकी ऑपरेशंस को बेच रही है और माइक्रोसॉफ्ट इस दौड़ में सबसे आगे है. हालांकि दोनों ही कंपनियों ने इसकी पुष्टि नहीं की थी.
अब माइक्रोसॉफ्ट ने साफ कर दिया है कि वह चीनी ऐप को खरीदना चाहती है और इस संबंध में बातचीत चल रही है. अमेरिका TikTok को लेकर कड़ा रुख अपनाये हुए है. राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए TikTok को बैन कर रहे हैं. इसके बाद ऐसा लग रहा था कि बाइटडांस और माइक्रोसॉफ्ट की डील अंजाम तक नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन अब सबकुछ स्पष्ट हो गया है.
भारत बना प्रेरणा
चीनी कंपनियों के खिलाफ आज दुनिया में जो माहौल बना हुआ है, यह काफी हद तक भारत के तीखे तेवरों से ही संभव हो सका है. लद्दाख हिंसा के बीच मोदी सरकार ने कार्रवाई करते हुए TikTok सहित कई चीनी ऐप्स को प्रतिबंधित किया. इसके बाद से अमेरिका में TikTok पर कार्रवाई की मांग की जा रही थी. डोनाल्ड ट्रंप खुद भी कई बार यह कह चुके थे कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
काम नहीं आईं कोशिशें
TikTok की तरफ से यह साबित करने की कई बार कोशिश की गई कि वह चीन के लिए जासूसी नहीं करती, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. हाल ही में TikTok के सीईओ केविन मेयर ने कहा था कि TikTok पारदर्शिता को लेकर प्रतिबद्ध है. हमारा कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. हम राजनीतिक विज्ञापन स्वीकार नहीं करते हैं और कोई एजेंडा नहीं है – हमारा एकमात्र उद्देश्य है सभी के आनंद के लिए एक जीवंत, गतिशील मंच प्रदान करना. आज TikTok सबसे निशाने पर है, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम किसी के दुश्मन नहीं हैं.