अर्मेनिया ने किया अजरबैजान पर मिसाइल अटैक, 5 की मौत, 35 घायल


बाकू. अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) की जंग दिन ब दिन और खतरनाक होती जा रही है. अजरबैजान का आरोप है कि अर्मेनिया लगातार उसके ठिकानों को निशाना बना रहा है. आज सुबह (17 अक्टूबर) भी अर्मेनिया ने अजरबैजान के दूसरे सबसे बड़े शहर गांजा पर मिसाइल हमला किया. इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल हुए हैं.

20 से ज्यादा घर नष्ट
अर्मेनिया द्वारा दागी गई मिसाइल रिहायशी इलाके में गिरी, जिससे 20 से ज्यादा घर नष्ट हो गए और पांच लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं. अजरबैजान के राष्ट्रपति के सहयोगी हिकमत हाजीयेव ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. साथ ही उन्होंने कहा कि अर्मेनिया जानबूझकर रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है.

रूस की कोशिश नाकाम
विवादित क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख को लेकर दोनों देशों की सेनाएं पिछले काफी दिनों से आमने-सामने हैं. रूस की पहल पर अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच संघर्षविराम पर सहमति भी बनी थी, लेकिन इसके चंद घंटे बाद ही दोनों में फिर जंग शुरू हो गई. अब अर्मेनिया ने मिसाइल दाग कर यह साफ कर दिया है कि लड़ाई फिलहाल बंद होने वाली नहीं है.

एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
दोनों देश शुरुआत से ही एक-दूसरे पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाते रहे हैं. संघर्ष विराम पर बनी सहमति के बाद भी इन्हीं आरोपों के चलते स्थिति फिर से बिगड़ गई. शुक्रवार को अर्मेनियाई रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि अजरबैजान ने बिना किसी उकसावे के नागोर्नो-काराबाख में जबरदस्त बमबारी की, जिसका अर्मेनियाई सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया.

क्या है विवाद?
आपको बता दें कि पूर्व सोवियत संघ का हिस्सा रह चुके अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच युद्ध की बड़ी वजह है नागोर्नो-काराबाख (Nagorno-Karabakh) क्षेत्र. इस क्षेत्र के पहाड़ी इलाके को अजरबैजान अपना बताता है, जबकि यहां अर्मेनिया का कब्जा है. 1994 में खत्म हुई लड़ाई के बाद से इस इलाके पर अर्मेनिया का कब्जा है. 2016 में भी दोनों देशों के बीच इसी इलाके को लेकर खूनी युद्ध हुआ था, जिसमें 200 लोग मारे गए थे. अब एक बार फिर से दोनों देश आमने-सामने हैं.

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