कोल्ड, फ्लू , सीजनल एलर्जी और कोरोना संक्रमण के लक्षणों में होता है यह अंतर
लक्षणों के आधार पर समझें फ्लू और कोरोना वायरस में अंतर। साथ ही यह भी जानें कि कोल्ड और सीजनल एलर्जी से ये किस तरह अलग होते हैं…
बदलते मौसम में सबसे बड़ी दुविधा इस बात की है कि लक्षणों के आधार पर कोल्ड, फ्लू, सीजनल एलर्जी और कोरोना वायरस के बीच का अंतर समझ नहीं आ पा रहा है। इस कारण सर्दी-गर्मी के असर से भी लोग भयभीत हो रहे हैं और कोरोना संक्रमण का डर उन्हें अधिक सताने लगता है। इस डर से बाहर आने और समय पर कोरोना की पहचान करने के लिए आपको कुछ लक्षणों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। ताकि आप इन एक जैसे लक्षणों की बीमारियों में अंतर पता कर सकें…
-यहां इस बात पर गौर करें कि नाक बहना और साइनस की समस्या होना कोविड-19 होने पर बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। हां, कोरोना माइल्ड और सिवियर होने जबकि कोरोना के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं…
-बुखार आना और सर्दी लगना
-खांसी होना (यह खांसी मुख्य रूप से सूखी होती है। यानी इसमें कफ नहीं आता है।)
-सांस लेने में समस्या होना और सांस सामान्य से छोटी होना।
-कभी-कभी बहुत अधिक थकान लगना
-कभी-कभी सिर दर्द या तेज बदनदर्द होना
-गले में खराश और कुछ निगलने में दिक्कत होना।
-कोल्ड होने पर हमारा शरीर आमतौर पर खुद उसे नियंत्रित कर लेता है। लेकिन इसमें 7 से 10 दिन का समय लग जाता है। इसलिए आप अपनी डायट के माध्यम से अपने शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाली चीजें जरूर दें। कोल्ड के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं…
-नाक बहना या नाक का बंद होना
-हल्की खांसी होना
-हल्की थकान रहना
-छींके आना
-आंखों से पानी आना
-गले में सूजन या खराश होना
-कभी-कभी सिरदर्द होना।
-यह समय फ्लू होने का एकदम पीक सीजन है। फ्लू बहुत जल्दी और तेजी से फैलता है। इसे इंफ्लूऐंजा भी कहते हैं। फ्लू का वायरस आपकी नाक, गले और फेफड़ों को अपनी चपेट में लेता है। इसे ठीक होने में 5 से 7 दिन का समय लगता है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं…
-बुखार आना और ठंड लगना
-आमतौर पर सूखी खांसी होना
-हर समय थकान रहना
-शरीर में लगातार दर्द रहना
-नाक बंद रहना या लगातार नाक बहना
-गले में खराश और दर्द
-डायरिया होना।
सीजनल एलर्जी के लक्षण
-बदलते मौसम के कारण होनेवाली एलर्जी में आंख, नाक, कान में खुजली होती रहती है, गले में खराश हो जाती है और साइनस की समस्या बढ़ जाती है। इसके अन्य लक्षण इस प्रकार हैं…
-थकान होना
-खांसी
-छीकें आना
-नाक बहना या नाक का बंद होना
-आंखों से पानी आना
-सिरदर्द रहना
-सांस छोटी होना।