क्या होता है कार्डियक अरेस्ट, जानें हार्ट अटैक से किस तरह होता है ये अलग
बॉलीवुड इंडस्ट्री की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का मुंबई में देर रात निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि उनकी कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हुआ था. पिछले कई दिनों से बीमार चल रही सरोज खान को अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था और उनकी सेहत ठीक भी हो रही थी. बता दें कि इससे पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता समेत बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी की भी मौत कार्डियक अरेस्ट से ही हुई थी. ऐसे में यह जानना काफी जरूरी है कि आखिर कार्डियक अरेस्ट क्या होता है और यह हार्ट अटैक से किस तरह से अलग होता है. आमतौर पर लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच अंतर नहीं कर पाते हैं. आइए जानते हैं दोनों के बीच क्या अंतर है…
कार्डियक अरेस्ट क्या होता है
कार्डियक अरेस्ट में दिल के भीतर विभिन्न हिस्सों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान गड़बड़ हो जाता है, जिसकी वजह से दिल की धड़कन पर बुरा असर पड़ता है. जकार्डियोपल्मोनरी रेसस्टिसेशन (CPR) के जरिए हार्ट रेट को नियमित किया जाता है. जिन लोगों को पहले हार्ट अटैक आ चुका है, उन्हें कार्डियक अरेस्ट आने की आंशका ज्यादा रहती है.
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
थकान
हृदय का धकधकाना
हृदय में दर्द महसूस होना
चक्कर आना
सांसों का छोटा होना
क्या होता है हार्ट अटैक
हार्ट अटैक के दौरान हृदय के कुछ हिस्सों में खून का बहाव जम जाता है जिस वजह से हार्ट अटैक होता है. वहीं दूसरी तरफ कार्डियक अटैक में किन्हीं कारणों से हृदय उचित तरीके से काम करना बंद कर देता है और अचानक से रुक जाता है. इसमें दिल शरीर के बाकी हिस्सों में खून पहुंचाना जारी रखता है और मरीज होश में रह सकता है. लेकिन जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है, उसे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है.
हार्ट अटैक से बचना आसान होता है?
हार्ट अटैक आने पर मरीज को इलाज मिलने में जितनी देर होगी, दिल और शरीर को उतना अधिक नुकसान होता जाएगा. इसमें लक्षण तुरंत भी दिख सकते हैं और कुछ देर में भी. इसके अलावा हार्ट अटैक आने के कुछ घंटों या कुछ दिनों बाद तक इसका असर देखने को मिल सकता है. सडन कार्डियक अरेस्ट से अलग हार्ट अटैक में दिल की
धड़कन बंद नहीं होती. इसलिए कार्डिएक अरेस्ट की तुलना हार्ट अटैक में मरीज को बचाए जाने की संभावना कहीं अधिक होती हैं.