खास सर्दियों में खाए जाते हैं ये 6 तरह के पकौड़े, लजीज तो होते ही हैं साथ ही पाचन भी बेहतर करते हैं
आइए, आज उन स्वादिष्ट पकौड़ों के बारे में जानते हैं जो सर्दियों का स्वाद
दोगुना कर देते हैं….
सर्दी और बरसात दो ऐसे मौसम होते हैं, जिनका आनंद बिना पकौड़ों के अधूरा रहता है। बरसात के मौसम में पकौड़ों के सीमित विकल्प होते हैं। लेकिन सर्दियों में जैसे तरह-तरह के पकौड़ों की बहार आ जाती है। यहां जानें किन पकौड़ों के साथ आप अपनी सर्दियों को जायकेदार बना सकते हैं…
हरी मेथी के पकौड़े
-हरी मेथी या मेथी पत्ता की खुशबू हर किसी का मन लुभाती है। बेसन के साथ हरी मेथी को मिक्स करके तैयार किए गए पकौड़े सर्दियों में चाय का स्वाद बढ़ा देते हैं।
-आपको बता दें कि मेथी तासीर में बहुत गर्म होती है और यह आपके शरीर को ठंड के प्रभाव से बचाने में सहायता करती है। इसलिए सुबह या दोपहर के नाश्ते में आप इन पकौड़ों का सेवन कर सकते हैं।
-हर दिल अजीज होते हैं पालक के पकौड़े। बारीक कटी हरी मिर्च के साथ तैयार किए गए चटपटे पालक पकौड़े दोपहर के स्नैक्स में लिए जाए तो दिन बना देते हैं।
-हरी मिर्च और पालक दोनों ही सेहत के लिए बहुत अधिक लाभकारी होते हैं। पालक शरीर में रक्त के शुद्धिकरण और हीमोग्लोबिन की स्तर को सही बनाए रखने में मदद करता है। तो वहीं हरी मिर्च पाचन के लिए बेहतर होती है।
अरबी के पत्तों के पकौड़े
-अरबी के पत्तों के पकौड़े बनाने का तरीका जरा अलग होता है। बाकी सब तरह के पकौड़े तैयार करने के लिए सब्जी या पत्तों को बेसन में मिक्स किया जाता है। जबकि अरबी के पत्तों के पकौड़े बनाते समय बेसन को नमक, मिर्च, मसाले के साथ गूथकर अरबी के पत्तों में लपेटा जाता है और फिर इन्हें सूती धागे से लपेटकर तेल में तला जाता है।
-आलू-गोभी की सब्जी के बिना मानों सर्दियों का स्वाद ही अधूरा रहता है। ठीक इसी तरह फूलगोभी के पकौड़े भी बहुत ही चाव के साथ खाए जाते हैं। गोभी पाचन के लिए बहुत अधिक लाभकारी होती है। गोभी पकौड़े स्वाद और सेहत दोनों के लिए बेहतर होते हैं।
प्याज के पकौड़े
-प्याज के पकौड़े एवरग्रीन पकौड़े होते हैं। यानी सर्दी, गर्मी और बरसात हर सीजन में प्याज के पकौड़े फुर्सत के क्षणों की रंगत बढ़ा देते हैं। लेकिन गुनगुनी धूप में बैठकर प्याज के पकौड़े खाने का सर्दियों का जो अपना आनंद है, उसका कोई जवाब नहीं।
-प्याज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है। यह पाचन को बेहतर बनाती है और सर्दी-जुकाम-फ्लू जैसे रोगों को शरीर से दूर रखती है।
-मूंग की धुली दाल सुपाच्य और स्वास्थ्य वर्धक होती है। पकौड़े तैयार करने में इसी दाल का उपयोग किया जाता है। कुछ घंटे पहले भिगोकर रखी गई दाल को पीसकर उसमें नमक-मिर्च और मसाला मिलाया जाता है और फिर इसके पकौड़े तैयार किए जाते हैं। जब भी कभी स्वाद बदलने का मन हो आप इन पकौड़ों को तैयार कर सकते हैं।