गौठानों को कांजी हाउस न बनने दें : कलेक्टर

बिलासपुर. कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और गौठान प्रभारियों को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि गौठानों पर कड़ी नजर रखें और इसे कांजी हाउस न बनने दें। जहां कांजी हाउस बने है, उसे तत्काल प्रारंभ करें। गौठानों के गायों के लिये चारे की व्यवस्था हर हालत में सुनिश्चित की जाये। जिले के 97 गौठानों में साल भर चारा हेतु पैरे की व्यवस्था के लिये कार्य योजना बनायी जाये। कलेक्टर ने आज मंथन सभाकक्ष में गौठानों के सुचारू संचालन के लिये बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि फसल कटाई का समय नजदीक है। अतः गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों को चारे के लिये पैरा देने हेतु प्रेरित करें। गौठानों के संचालन में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। गौठानों पर लगातार नजर रखने के लिये पुलिस विभाग को भी निर्देश दिये। हर गौठान की रिपोर्ट नियमित रूप से देने हेतु कड़ा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कांजी हाउस के लिये चराई भूमि हर गांव में चिन्हांकित किया जाये तथा इसकी मुनादी करायी जाये, ताकि कांजी हाउस के पशुओं को चारा मिल सके। उन्होंने कहा कि गांवों में आवारा पशुओं को बंद रखने पर कड़ाई से रोक लगाई जाये और पशुओं के खिलाफ क्रूरता पर सख्त कार्यवाही भी करें। इस संबंध में गांव के कोटवार के साथ-साथ पुलिस को भी अलर्ट रहने कहा। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादन के लिये त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिया गया। प्रत्येक गौठान में कम से कम दस वर्मी टैंक बनाया जाये। टैंक को ढंकने के लिये तिरपाल की व्यवस्था हो। जिले के सभी गौठानों में इसी हफ्ते फेंसींग और वर्मी टैंक का निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया। गौठानों से प्राप्त गोबर से कंडा, धूपबत्ती, दिया, गमला आदि निर्माण हेतु महिला स्व-सहायता समूह को जिम्मेदारी दी जायेगी। उन्हें इसके लिये मशीन उपलब्ध कराने हेतु जनपद सीईओ को निर्देशित किया गया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रितेश अग्रवाल, अतिरिक्त कलेक्टर श्री बी.एस.उईके, श्री बी.सी.साहू, सभी एसडीएम, जनपद पंचायत के सीईओ और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।