चिकित्सा में गुणवत्ता एवं सुरक्षा का विशेष महत्व होता है

बिलासपुर. चिकित्सा में गुणवत्ता एवं सुरक्षा का विशेष महत्व होता हैं, चिकित्सा कि क्षेत्र में गुणवत्ता के साथ किसी भी स्तर पर समझौता सुरक्षा एवं मानवीय जीवन के साथ खिलवाड़ हैं। छत्तीसगढ़़ राज्य में आयोजित ये अपनी तरह की पहली कांन्फ्रेस हैं। जिसका आयोजन अपोलो हास्पिटल बिलासपुर एवं इंडियन सोसायटी फाॅर क्रिटिकल केयर मेडिसिन कि संयुक्त तत्वाधान में 1 मार्च 2020 को होटल आनंदा में किया गया। देश के ख्याति प्राप्त चिकित्सको व्याख्यातो एवं गुणवत्ता पर विषय के महत्व पर प्रकाश डाला । दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम काशुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आल इंडिया इंस्टिट्युट आफ मेडिकल साइंसेस दिल्ली से आये डाॅक्टर निरूपमा मदान रही एवं सम्भावित अथितिगणों में एन ए बी एच की डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. कशीपा हरीत एवं अपोलो हास्पिटल गु्रप को नर्सिंग डायरेक्टर केप्टन उषा बेनर्जी रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ मदान ने अपने वक्तव्य मे मरीजो में असंतुष्टता का मुख्य कारण दी गई सेवाओं एवं मरीजों उनके परीजनो द्वारा अपेक्षित तथा सेवाओं में अंतर का होना बताया जो की मरीजों एवं उनके परिजनो के नाराज होने का मुख्य कारण है। समय पर मरीजो एवं उनके परिजनो से मिलकर उनके द्वारा अपेक्षित सेवाओं एवं दी सेवाओ में उचित सामंजस्य स्थापित कर विपरित परिस्थितियों से आसानी से बचा जा सकता है एवं मरीजो की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। उन्होने शासकीय योजनाओं के प्रमापन पर जोर दिया जैसे सीवरेज शुद्ध जल वायु के बीना मजबुत स्वास्थ्य सेवाये परिकल्पना मात्रा है सरकार को चाहिये की वो पोलियो अभियान जैसे और भी योजनायें चलाये जो की हर स्तर पर सफल एवं अनुकरणीय है। अपोलो गु्रप को नर्सिंग डारेक्टर कैप्टन उषा बेनर्जी ने मरीजो एवं डाक्टरों के अनुपात जो की वर्तमान में एक हजार मरीजो के पीछे 1 डाॅक्टर का है वही मरीजों एवं नर्सेस का अनुपात प्रति 1000 मरीजो पर है। मरीजो की असंतुष्टि का मुख्य कारण बताया।

स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र मे डाॅक्टरो एवं प्रशिक्षित नर्सो की कमी को पुरा करना नितांत आवश्यकता है। उन्होनो भी मरीजों की अपेक्षाओं के अनुक्रम सेवा प्रदान करने में गुणवत्ता विभाग की भुमिका की सराहना की एवं इसे आवश्यकता बताया। उन्होने कहा की वर्तमान मेें सोषल मिडिया अत्यंत संवेदनाषील हैं, इसे हमें समझना पडेगा, एक छोटी सी गलती भी हाॅस्पिटल की सारता को धक्का पहुॅचाने के लिए बहुत है। वही एक संतुष्ट मरीज कई अन्य मरीजो को हाॅस्पिटल में इलाज के लिए परामर्ष दे सकता है। इसका मुख्य आधार गुणवता ही है। एन ए बी एच को डिप्टी डारेक्टर डाॅ काषीपा ने कहा आखिर क्या कारण है जो पीछले 10 वर्षों से हम लगातार गुणवत्ता का अर्थ होता है जो आप कर रहें है उसका डाकुमेटेशन करे , अन्यथा उसका होने न होने का कोई औचित्य नही है। अपोलो हाॅस्पिटल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ सजल सेन ने स्तरीय सेवाओं और मरीजों की सुरक्षा के लिए प्रभावों संचार कम्युनीकेशन को अति महत्वपूर्ण बताया एवं उसके प्रति संवेदनशीनल रहने को सलाह दी । मरीजों से एवं परिजनो से समय-समय पर मिलकर अपेक्षाओं के अनुरूप स्वास्थ सेवाओ का सामंजस्य अति महत्वपूर्ण है। डाॅ. सिद्धार्थ डायेरेक्टर क्योर एण्ड क्योर ने गहन चिकित्सा के क्षेत्र मे गुणवत्ता के महत्व पर प्र्रकट डाला। डाॅ अमित वर्मा, वरि. सर्जन कैंसर सर्जरी, डाॅ रश्मि शर्मा वरि, स्त्री रोग विशेषज्ञ, डाॅ देवेन्द्र सिंग वरि, उदर रोग विशेषज्ञ अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर ने भी ईलाज के दौरान सही कम्युनिकेशन, गुणवत्ता पर जोर दिया। मो, आसिफ अबेदीन, विभागाध्यक्ष क्वालिटी सिस्टम, अपोलो हाॅस्पिटल बिलासपुर ने अपोलो के गुणवत्ता चिकित्सा के सफर को आडियो विडियो के माध्यम से बताया। काॅलेज आफ नर्सिंग के छात्रों ने लघु नाअिका के द्वारा गुणवत्ता सेवा व उचित कम्युनिकेशन के महत्व को पगदर्शित किया। इस कार्यकम्र में एस ई सी एल, सेल व एस ई सी आर के चिकित्सक व अधिकारियों सहित अपोलो के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शेल्विना नंद, जेसिका प्रीतू सारा ने किया।

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