चैम्पियन कराते अकादमी के खिलाड़ियों ने मार्शल आर्ट के विश्व महागुरु ब्रूस ली को किया याद
बिलासपुर. 20 जुलाई1973 को ही मार्शल आर्ट्स एवं कराते के महान गुरु ब्रूसली का आकस्मिक निधन हो गया था. ब्रूसली का जन्म 27 जुलाई सन् 1940 में सेंट फ्रांसिसको के चाइना टाऊन जैक्सन स्ट्रीट हॉस्पिटल में हुआ था. आज उनके पुण्यतिथि के अवसर पर चैंपियन कराते अकादमी के द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया एवं अकादमी के संचालक एवं कोच के द्वारा सिजो ब्रूस ली के जीवन पर प्रकाश डालते हुए खिलाड़ियों के लिए कहा कि 100 किक की अभ्यास करने वाले से ज्यादा 1 किक को 100 बार करने वाला अधिक प्रभावशाली होता हैं. ततपश्चात खिलाड़ियों ने ब्रूस ली के जीवन से जुड़ी अनेक अनमोल वचन का भाषण के रूप प्रस्तुत किया एवं कराते कुमिते का भी डेमोस्ट्रेशन दिया. उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप अभय नारायण (प्रवक्ता छ. ग कांग्रेस कमेटी) रहे. उन्होंने अपने उदबोधन मे कहा कि खिलाड़यों कि अभ्यास में खेल भवन कि कमी है जिसे दूर करने में अपनि अहम योगदान देने की बात कही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परदेशी-राज पार्षद वार्ड क्र.43 एवं मेयर इन कौंसिल सदस्य नगर पालिक निगम बिलासपुर ने कि विष्ठट अतिथि के रूप में एसआर टाटा अध्यक्ष शाला विकास समिति हाई स्कूल देवरी खुर्द एवं प्रशांत सिंह संपादक चंदन केसरी अख़बार रहे.
साथ हमारे उत्कृष्ट खिलाड़ियों कि सूची वार्ड पार्षद को अवगत कराया गया. उक्त खिलाड़ियों के नाम शुभम निषाद राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी , कु. चंचल सिंह ठाकुर राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी , वैभव लक्ष्मी राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, अजय सोनवानी राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, शिवा निर्मलकर राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी , कु. कुसुम ध्रुव राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी,कु. साक्षी राजपूत राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, कु. पल्लवी तिवारी राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, कु. फ़िज़ा बनो राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, काज़ी हशनूर राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी, सुजल सोनी राष्ट्रीय पदक प्राप्त खिलाड़ी एवं राज्य स्तरीय पदक प्राप्त खिलाडियों में कु.अंकित यादव, राहुल ध्रुव, सोमदत्त कोल, स्नेह सोनी, माया महिलांगे, गगन नाग एवं जूनियर खिलाड़ियों में प्रहलाद तांडी, ममता कुशवाहा, प्रिया तांडी, मनीष कुशवाहा, निशांत कोरी, हरिता सत्यम, उक्त खिलाड़यों ने ब्रूस ली को अपना आइडियल मान कर मार्शल के क्षेत्र में अपना एवं समाज की नाम को देश विदेश में परचम लहराने कि प्रतिज्ञा ली.