February 15, 2020
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में निःशुल्क दिल के मरीजां की पेसमेकर जांच शिविर लगाये
बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर में सुबह 09 बजे से निःशुल्क पेस मेकर जाँच शिविर रखा गया। इस शिविर में रेलवे एवं गैर-रेलवे के हृदयरोग के 137 मरीजों के पेस मेकर का निःशुल्क जाँच किया गया। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर का यह 20वाँ निःशुल्क पेस मेकर जाँच शिविर था। हदय रोगियों के लिए पेस मेकर लगाने के बाद इसका नियमित जाँच जरुरी है, जो कि प्रत्येक छः माह अथवा एक वर्ष में होने चाहिए। इसका कार्य एकाएक बंद होने से मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। आज दुनिया भर में हृदयरोग की बढ़ती प्रवृत्ति को नजर में रखते हुए केन्द्रीय कित्सालय, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के हृदयरोग विभाग पिछले आठ वर्षों से प्रत्येक छः माह में निःशुल्क पेस मेकर जाँच शिविर का सतत् आयोजन करती आ रही हैं। डॉ. सी.के.दास, हृदय रोग विशेषज्ञ, केन्द्रीय चिकित्सालय, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के अनुसार इस प्रकार का निःशुल्क पेस मेकर जाँच शिविर का आयोजन भारत में पहली बार हुआ है और इस प्रकार के शिविर के आयोजन के लिए पेस मेकर कंपनियों का सहयोग की जरुरत होती है। बिलासपुर जैसे शहर में ऐसे शिविरों का आयोजन बहुत ही आवश्यक और उतना ही कठिन है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर में आयोजित इस शिविर की वजह से दिल से जुडे रोगियों को अब चन्नई या दूसरे बडे शहर जाकर लाखो खर्च करने से मुक्ती मिली है। इस शिविर में 81 रेलवे के तथा 56 गैर रेलवे के हृदयरोगियों का पेस मेकर का जाँच किये गये। सबसे छोटी उम्र के 13 साल की बच्ची सुमन गैर रेलवे और सबसे वरिष्ठ मरीज 95 वर्ष के बुजुर्ग श्री.एच..एन. शर्मा थे। इसमें बिलासपुर, के अलावा खरसिया, मुगेंली, रायपुर, भिलाई, नागपुर, नैनपुर, शहडोल, उमरिया, पेण्ड्रा से मरीज आये हुये थे। इस शिविर में 04 मरीज ऐसे भी पाए गये जिनके पेसमेकर की बैटरी लाइफ समाप्त हो चुकी थी। 15 ऐसे मरीज थे जिनके हृदय की धड़कन बहुत तेज थी। इस मरीजों को उपयुक्त सलाह दी गयी। शिविर मे डॉ. दास के साथ डॉ. मारुति त्रिपाठी, डॉ. राजीव भांजा, डॉ. राजीव यादव् एवं डॉ.दीपक देवांगन थे। रेल्वे अस्पताल के ए.एन.ओ श्रीमति सुनीता सोनवने, मैट्रन राथोद, मीन,नाम्लीन,शशी,राखी, मनिशा, उमाशंकर, भरातु, विल्सन, बीना सभीं इस शिबिर को सफल करनेमे सक्रीय थे। इस के अलावा श्री अजित कुमार जांगेल एवं घनश्याम (इपका) से भी इस कार्यक्रम मे विशेष भाग लिया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर में आयोजित इस शिविर की वजह से दिल से जुडे रोगियों को अब चन्नई या दूसरे बडे शहर जाकर लाखो खर्च करने से मुक्ती मिली है। इस शिविर में 81 रेलवे के तथा 56 गैर रेलवे के हृदयरोगियों का पेस मेकर का जाँच किये गये। सबसे छोटी उम्र के 13 साल की बच्ची सुमन गैर रेलवे और सबसे वरिष्ठ मरीज 95 वर्ष के बुजुर्ग श्री.एच..एन. शर्मा थे। इसमें बिलासपुर, के अलावा खरसिया, मुगेंली, रायपुर, भिलाई, नागपुर, नैनपुर, शहडोल, उमरिया, पेण्ड्रा से मरीज आये हुये थे। इस शिविर में 04 मरीज ऐसे भी पाए गये जिनके पेसमेकर की बैटरी लाइफ समाप्त हो चुकी थी। 15 ऐसे मरीज थे जिनके हृदय की धड़कन बहुत तेज थी। इस मरीजों को उपयुक्त सलाह दी गयी। शिविर मे डॉ. दास के साथ डॉ. मारुति त्रिपाठी, डॉ. राजीव भांजा, डॉ. राजीव यादव् एवं डॉ.दीपक देवांगन थे। रेल्वे अस्पताल के ए.एन.ओ श्रीमति सुनीता सोनवने, मैट्रन राथोद, मीन,नाम्लीन,शशी,राखी, मनिशा, उमाशंकर, भरातु, विल्सन, बीना सभीं इस शिबिर को सफल करनेमे सक्रीय थे। इस के अलावा श्री अजित कुमार जांगेल एवं घनश्याम (इपका) से भी इस कार्यक्रम मे विशेष भाग लिया।