देश में चल रहे किसान आंदोलन के लिए अटल श्रीवास्तव ने 51000 रू. कि सहायता राशि मुख्यमंत्री के माध्यम से देने की घोषणा की
बिलासपुर. कांग्रेस भवन में आयोजित जन सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने देश में चल रहे किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि देश की किसानों ने इस बिल को वापस कराने का संकल्प लिया है और किसान आंदोलन के माध्यम से उस संकल्प को पूरा करने का प्रयास हो रहा है। आज प्राप्त समाचार के अनुसार पंजाब के सिक्ख संत ने आदोलन के समर्थन में धरना स्थल में ही खुदखुशी की। अटल श्रीवास्तव ने कहा कि इस घटना ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। आखिर यह कैसी सरकार केन्द्र में बैठी है, जो किसानों के भावनाओं को समझने का प्रयास नहीं कर रही हैं। सिक्ख संत एवं किसान बाबा राम सिंह ने जिस तरह से अपना बलिदान दिया उससे स्पश्ट हो गया है कि किसान इस बिल के विरोध में क्यों है, मैं जन सम्मान समारोह के दौरान यह घोषणा करता हूं कि किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए 51000रू की राशि जो मुझे इस वर्ष धान के बोनस के रूप में प्राप्त होगी उसे मुख्यमंत्री के माध्यम से किसान आंदोलन को समर्पित करूंगा। प्रदेश उपाध्यक्ष ने प्रदेश के किसानों से भी अपील कि की छ0ग0 में 2500 रू0 धान का समर्थन मूल्य प्राप्त हो रहा है सभी किसान एक-एक बोरा धान या उसकी किमत मुख्यमंत्री के माध्यम से किसानों आंदोलन को समर्थन देने हेतु भेजे। अटल श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन किसानों के साथ खड़ा है और केन्द्र सरकार किसानों से आत्महत्या करवा रहा है। यह अन्तर कांग्रेस और भाजपा के सरकारों में है। प्रदेश उपाध्यक्ष ने बिलासपुर में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से कि क्या आज बिलासपुर में बिल के समर्थन में बोलने के दौरान सिंधु बॉर्डर पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह के बलिदान पर बयान देंगे या अमित शाह या मोदी के डर से बिना बयान के लौट जायेंगे। अटल श्रीवास्तव से प्रेरणा लेकर शहर कांग्रेस के महामंत्री राकेश सिंह ने भी 11000 रू धान की बोनस से किसान आंदोलन को देने की घोषणा की।