दो दिवसीय बिलासा क्रिटिकाॅन का हुआ समापन, देश के अलग-अलग हिस्से से आये डॉक्टरों ने की शिरकत

बिलासपुर. बिलासपुर में पूर्व से ही विभिन्न स्तर की देखभाल के लिये कई आई.सी.यू विद्यमान है परन्तु आज की आवश्यकता है कि उन सभी चिकित्सकों, जो कि गहन चिकित्सा में मरीजों की देखभाल करते है, के ज्ञान को अधतन किया जाये। जैसे-जैसे चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नये नये शोध हो रहे हैं, चिकित्सकों के ज्ञान को अप्रग्रेड करके मरीजों को उनका लाभ दिया जाना चाहिये, इसी उद्देश्य के साथ क्रिटिकल केयर मेडिसिन के बिलासपुर चैटर, आई.एम छ.ग आई एम बिलासपुर आई एस ए ए पी आई और अपोलो हास्पिटल बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में 14 व 15 सितम्बर को होटल मैरियेट में दो दिवसीय बिलासा क्रिटिकल केयर आयोजित किया गया।

इस आयोजन में देश के अलग-अलग हिस्सो जैसे दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, औरंगाबाद, कोलकाता शहरों के 14 प्रमुख वक्ता उपस्थित रहे व मरीजों के उपचार से संबंधित समस्याओं व उपाय पर अपने विचार व्यक्त किये। श्री पे्रमानंद जी का एक विशेष व्याख्यान जो दूरस्थ ग्रामीण इलाकों के मरीजों को टेलिमेडिसीन के माध्यम से लाभान्वित करने पर केंन्द्रित था। बाम्बे हाॅस्पिटल से आये डाॅ पवीण ने आई.सी.यू में भर्ती मरीजों के पोषण व फंगस संक्रमण पर बात की। हिदूजा हाॅस्पिटल मुंबई के डाॅ.अशित हेगडे ने आई.सी.यू मरीजों के संदर्भ में विभिन्न एन्टीबायोटिक्स की नेशनल गाईड लाईन विषय पर चर्चा की। टाटा मेमेरियल कैंसर हास्पिटल मुंबई के डाॅ. अतुल कुलकर्डी ने आई.सी.यू में भर्ती मरीजों के ब्लडप्रेशर मेनेजमेंट एवं ब्लड ट्राॅसफयूजन विषय पर चर्चा की. एम्स नई दिल्ली के डाॅ. केशव गोयल ने न्यूरोट्रामा पेंशेन्टस के आई.सी.यू प्रबंधन एवं इलाज विषय पर चर्चा कीे. एमजीएम हाॅस्पिटल चेन्नई के डाॅ.पोन्ननिह वानामुर्थि ने लकवा ग्रस्त मरीजों के आई.सी.यू प्रबंधन से जुडी हुई गंभीर समस्याओें के बारें में चर्चा की र्फोटिस हाॅंस्पिटल नई दिल्ली के डाॅ. विवेक नानगिया ने आई.सी.यू में भर्ती मरीजो के फेफडों के संक्रमण के संबंध में एवं नई दिल्ली के डाॅ.मनोज गोयल एवं अहमदाबाद से आये डाॅ. राजेश मिश्रा ने वेटीलेटेड मरीजों से जुडी हुई गंभीर समस्याओ एवं उनके संक्रमण विषय पर चर्चा की. मेडिट्रिना हाॅस्पिटल नागपुर से आये डाॅ. अश्विनी तयादे ने चिकित्सा के श्रेत्र में एन्टीबायोटिक्स के उपयोग विषय पर चर्चा की.

औरंगाबाद से आये डाॅ. श्रीकांत सहस्त्रबुदधे ने आई.सी.यू में भर्ती मरीजों के फेफडों में रक्त का थक्का जमनें एवं उसके प्रबंधन विषय पर चर्चा की. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अथिति एवं रायपुर के मेडिकल काॅलेज के प्रोफेसर डाॅ सुबीर मुखर्जी एवं अन्य सम्माननीय अतिथि गण डाॅ.सुरज अग्रवाल, डाॅ. ए.के.शर्मा एवं डाॅ. मानिक चटर्जी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर बिलासपुर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.प्रमोद महाजन, बिलासपुर आई.एम.ए के प्रेसिडेंट डाॅ. के.के.जायसवाल, छ.ग आई.एम.ए प्रेजिडेंट डाॅ. सुधीर शुक्ला, इंडियन सोसायटी ऑफ एनेस्थिसियोलाॅजी के प्रमुख डाॅ. विनित श्रीवास्तव, ए.सी.सी.एल की मुख्य चिकित्सा सेवा डाॅ. मिनाक्षी देव, रेल्वे के मुख्य चिकित्सा सेवा डाॅ. चक्रवर्ती,आई.एस.सी.सी.एम के चेयरमेन अपोलो हास्पिटल बिलासपुर के डाॅ. मनोज राय आई.एस.सी.सी.एम के सचिव केयर एंड क्योर हास्पिटल के डाॅ.सिद्धार्थ वर्मा इस अवसर पर मुख्य भूमिका में उपस्थित रहे. रायपुर मेडिकल कालेज के विभिन्न चिकित्सकों को इस अवसर पर स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया. अपोलो हास्पिटल बिलासपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ.सजल सेन सभी वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ विशेष रूप से उपस्थित रहे. डाॅ. मनोज राय ने बताया कि बिलासा क्रिटिकाॅंन छ.ग में इस तरह की पहली कांफेंस है जिसमें आई.सी.यू मरीजों की हर प्रकार की समस्या व उपायों पर विस्तृत चर्चा देश के विभिन्न हिस्सो से आये विषेशज्ञों के द्धारा की गई है। डाॅ.सिद्धार्थ वर्मा ने इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर के वक्ता और श्रोताओं के उत्साहपूर्ण सहभागिता के कारण एक सफल आयोजन बताया व कहा कि यह कॉन्फ़्रेस् अब प्रतिवर्ष आयोजित की जायेगी. उन्होने सभी वक्ताओं व चिकित्सकों को इस सफलता के लिये धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अथिति डाॅ.सुबाीर मुखर्जी ने इस आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र के मरीजो के हित में ऐसे आयोजनों की निरंतरता बनी रहनी चाहिये एवं उन्होनें इस सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। छ.ग के अलग अलग हिस्सो और अन्य राज्यों के 272 से अधिक स्नातकोत्तर डाॅक्टरों ने आयोजन में शिरकत की कार्यक्रम का संचालन डां.राकेश सहगल एवं डाॅ.अरिहन्त जैन ने किया

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!