पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने 74 और कर्मचारियों को किया बर्खास्त, ये थे आरोप
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) के किसी विमान में बैठने का मतलब है जानबूझकर अपनी जान जोखिम में डालना. संभव है कि विमान उड़ाने वाला पायलट नशे का आदी हो या फिर उसके पास वह योग्यता हो ही नहीं, जिसका वह दावा करता है. पाकिस्तान खुद भी इस सच्चाई को स्वीकार करता है, इसलिए लगातार पायलट और अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने फर्जी डिग्री, नशीले पदार्थों की तस्करी और खराब प्रदर्शन के कारण 74 और कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. पिछले तीन महीनों के दौरान PIA कुल 177 कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुकी है. इससे पहले कुछ पायलटों पर भी कार्रवाई की गई थी .
रिकॉर्ड चोरी जैसे आरोप
PIA के अधिकारियों ने ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार को बताया कि बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में 27 को फर्जी डिग्री, 31 को अनधिकृत गतिविधियों, छह को नियमों का पालन नहीं करने, चार को संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, एक को नशीले पदार्थों की तस्करी और तीन को सरकारी रिकार्ड की चोरी के लिए बर्खास्त किया गया है. इसके अलावा, चार कर्मचारियों को पदावनत किया गया है और 11 अन्य के खिलाफ विभिन्न मामलों में कार्रवाई हुई है.
हादसे के बाद शुरू हुआ अभियान
पाकिस्तान ने यह तथाकथित सफाई अभियान 22 मई को कराची विमान हादसे के बाद शुरू किया है. लाहौर से कराची जा रहा घरेलू विमान कराची में जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 97 लोग मारे गए थे. उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान (Aviation Minister Ghulam Sarwar Khan) ने अपनी जांच रिपोर्ट में पायलटों और हवाई यातायात नियंत्रक को इस हादसे के लिए दोषी ठहराया था. इसके बाद से ही पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस द्वारा कार्रवाई की जा रही है.