पुलिस के मार्गदर्शन में पुलिस के सहयोगी की भूमिका में काम कर रहे हैं एसपीओ
बिलासपुर. कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के खिलाफ चल रही जंग में बिलासपुर जिले की पुलिस ने वाकई कमाल कर दिखाया है। रात दिन मेहनत कर बिलासपुर की पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने इस शहर के नागरिकों को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के खतरे से महफूज रखा है। वहीं बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों के आने पर उन्हे क्वॉरेंटाइन किए जाने और उनके ठिकानों तक पहुंचाने की तमाम व्यवस्था में बिलासपुर पुलिस के अधिकारी जिस तरह विगत 2 माह से पूर्ण समर्पण और निरंतरता से काम कर रहे हैं वह काबिले तारीफ है। पुलिस के जवानों और अधिकारियों की इसके लिए जितनी भी तारीफ की जाए कम ही होगी। कोरोना वारियर्स की भूमिका से भी आगे बढ़कर उन्होंने जो सामाजिक दायित्व निभाया है, वह पुलिस की भूमिका को लेकर लोगों की आंखें नम कर देता है। पुलिस की इस काम में उसके ही मार्गदर्शन में साथ देने के लिए सिविल लाइन थाने में 13 युवा पूर्ण समर्पित भाव से आगे आए हैं। एसपीओ के रूप में इनका काम पुलिस की निगरानी और मार्गदर्शन में ही होम क्वॉरेंटाइन लोगों की निगरानी तथा लाक डाउन के समय से देश के विभिन्न भागों में फंसे प्रवासी श्रमिकों के बिलासपुर आने पर उन्हे क्वॉरेंटाइन करने से लेकर उनकी घर वापसी तक के काम में पुलिस के आज्ञा पालक के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। ऐसे ही कुछ युवाओं की टीम शहर के सिटी कोतवाली थाने में भी तैयार होने की जानकारी मिली है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले समय में समाज तथा पुलिस के कार्यों के प्रति समर्पित युवाओं का एक-एक दल सभी थानों में देखने को मिल सकता है।