बिलासपुर में एयरपोर्ट होने पर यहां रोजगार व व्यवसाय के साधन तेजी से बढ़ेंगे और नया पूंजी निवेश होगा : रमेश सिंह

बिलासपुर. हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का अखंड धरना आंदोलन के 40वें दिन गहोई वैश्य समाज एवं शिया समाज के प्रतिनिधि धरने पर बैठे। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा बिलासपुर से अंबिकापुर 20 सीटर विमान उडान का टेण्डर निकाला जिसके तारतम्य में समिति ने पत्र लिखकर महानगरों तक उडान की मांग की। सभा को संबोधित करते हुये गहोई वैश्य समाज के संरक्षक बाबू माधव प्रसाद एवं सचिव डाॅ. आर.के.गुप्ता ने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र व्यवसाय के मामले में लगातार पिछडता जा रहा है क्योकि यहां से महानगरों में आवागमन में समय बहुत लगता है। रायपुर जाकर फ्लाईट पकडने में न केवल दो तीन हजार रूपये का अतिरिक्त खर्च आता है वही समय की कमी के कारण दिल्ली या बंबई में होटल भी लेना पडता है। ऐसे में हर व्यापारी को यह अनावश्यक व्यय उठाना पडता है। समाज की ओर से ही बोलते हुये अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि बिलासपुर में एयरपोर्ट होने पर यहां रोजगार व व्यवसाय के साधन तेजी से बढेगें और नया पूंजी निवेश होगा। सभा को संबोधित करते हुये प्रवक्ता शरद गुप्ता ने कहा कि रायपुर की तुलना मेें बिलासपुर का विकास न होना पिछले 15 साल की सबसे बडी साजिश है। उत्तर छत्तीसगढ जहां बडा आदिवासी अंचल आता है उसके विकास के लिए बिलासपुर मे हवाई अड्डा होना अत्यन्त आवश्यक हैं।
सभा में पंजतानी शिया सोसायटी के सदस्य भी शामिल हुये। उनकी ओर से बोलते हुये सैय्यद जुल्फिकार अली व सचिव जहूर अली ने कहा कि उनका समाज हर आंदोलन में साथ है बिलासपुर से हजारों करोड का राजस्व लेने के बाद कुछ थेाडे से पैसे के लिए बिलासपुर को हवाई सुविधा से बंचित रखना सही नही है। शिया सोसायटी के अध्यक्ष सफदर अली ने बिलासपुर के द्वारा हमेशा जनआंदोलन के माध्यम से ही अपनी मांग मनवाने के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि एयरपोर्ट भी इसी तरह से हमें हासिल होगा। धरना आंदोलन में डाॅ.आर.के.गुप्ता, श्री रमेश सेठ, लालू माधव प्रसाद, श्यामलाल, शरद गुप्ता, निर्मल कुमार सूर्यवंशी, श्याम कार्तिक जायसवाल, धनेश्वर सिंह ठाकुर, गोल्डी छाबडा, नरेन्द्र कुमार गुप्ता, महेश मोर, भुनेश्वर शर्मा, दिपांशु राव, लखनलाल साहू, फिरोज अली, दानिश अली, फरार जैदी, हाशिम अली-राजा, नाजिम अली-नज्जू, करार उसेन जैदी, कोमल सिंह, नवीन वर्मा, अलताफ हुसैन जैदी, साबर अली, अली हुसैन, सुशांत शुक्ला, सै. जावेद हुसैन आदि उपस्थित थे। समिति की ओर से अशोक भण्डारी, बद्री यादव, समीर अहमद, साबर अली, पप्पू तिवारी, कोमल सिंह ठाकुर, गोपाल दुबे, केशव गोरख, संजय पिल्ले, रामषरण यादव, डाॅ. रमन जोगी, प्रखर सोनी, शेख अल्फाज-फाजू, रघुराज सिंह, बेदूराम साहू, संतोष पिपलवा, शिवम अवस्थी-सचिव बिल्हा, धु्रव श्रीवास, प्रेमदास मानिकपुरी, विरेन्द्र सोमावार, गौरीशंकर यादव, सुदीप श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। केन्द्र सरकार ने बिलासपुर-अंबिकापुर 20सीटर विमान उडान का टेण्डर निकाला समिति ने इसे अपर्याप्त बताकर पत्र से महानगरों तक उडान की मांग की। केन्द्र सरकार को भेजे पत्र में समिति ने कहा है कि मीडिया एवं इंटरनेट के माध्यम से हमें यह जानकारी प्राप्त हुई है कि केन्द्र सरकार ने उडान 4.0 स्कीम के तहत बिलासपुर से हवाई सुविधा प्रारंभ करने के लिए बिलासपुर – अंबिकापुर मार्ग पर 20 सीटर या छोटे हवाई जहाज संचालन के लिए टेण्डर आमंत्रित किया है। बिलासपुर अंचल के वासियों की यह मांग है कि बिलासपुर से अंतरराज्य ही नही वरन अंतरदेषीय उडान वह भी महानगरों दिल्ली-मुंबई-कोलकाता-बैंगलौर आदि महानगरों तक सीधी हवाई सुविधा की है। बिलासपुर क्षेत्र से इन महानगरों की यात्रा करने वाले यात्री बडी संख्या में मौजूद है। उदाहरण के रूप में रायपुर से दिल्ली के बीच चल रही 8 उडानों (एयरबस-बोईंग) में कम से कम 3 उडानों के यात्री बिलासपुर संभाग और उत्तर छत्तीसगढ के होते है। ऐसे में यहां से इन महानगरों तक सीधी उडान सेवा प्रारंभ किये जाने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ राज्य के अंदर ही किन्ही दो स्थलों पर हवाई सुविधा बिलासपुर में देने से बिलासपुर को विशेष लाभ नहीं होगा। पत्र में बताया गया है कि छत्तीसगढ की सरकार ने अपनी ओर से रू 27 करोड की राषि बिलासपुर हवाई अड्डे के विकास के लिए स्वीकृत की है परन्तु 4 सी केटेगरी मेें विकास के लिए लगभग रू 100 करोड की आवष्यकता और है। अतः बिलासपुर एयरपोर्ट के 4 सी केटेगरी में उन्नयन के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति देकर आवष्यक अतिरिक्त भूमि की मांग राज्य सरकार से की जाए और उसके पष्चात बिलासपुर हवाई अडडे का 4सी केटेगरी में विकास किया जाये, जिससे कि एयर बस और बोईंग श्रेणी के विमान भी उतर सके। वर्तमान में बिलासपुर में 30 मीटर चैडाई का 1500 मीटर लम्बा रनवे है, जिस पर 78 सीटर विमान संचालित हो सकते है। अतः इसके लिए 3सी केटेगरी का लायसेन्स तुरन्त प्रदान कर एयर इंडिया, स्पाईस जेट एवं इंडिगो आदि जिनके पास 72/78 सीटर विमान उपलब्ध है, उनका संचालन बिलासपुर से तुरन्त कराया जाये।