बिल्हा और मस्तूरी के क्वारांटाइन सेंटर्स का निरीक्षण किया कलेक्टर ने


बिलासपुर.कलेक्टर सारांश मित्तर ने  बिल्हा एवं मस्तूरी में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाये गये विभिन्न क्वारांटाइन सेंटर्स का निरीक्षण किया। इन सेंटर्स में भोजन, पानी शौचालय एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने क्वारांटाइन सेंटर्स में रह रही गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी। कलेक्टर ने बिल्हा के चकरभाठा कैम्प स्थित सनाड्य कुर्मी भवन क्वारांटाइन सेन्टर का निरीक्षण किया, जहां 108 प्रवासी मजदूर रुकवाये गये हैं, जिनमें दो गर्भवती महिलायें भी हैं। यहां बताया गया कि मजदूरों को दो समय भोजन, नाश्ता तथा चाय दिया जाता है। कलेक्टर ने यहां मजदूरों के लिये बनाये जा रहे भोजन का निरीक्षण किया। मजदूरों ने कढ़ी सब्जी खाने की इच्छा जताई। कलेक्टर ने क्वारांटाइन सेंटर के प्रभारी से कहा कि मजदूरों की यह इच्छा पूरी करें। इस सेंटर मे मनोरंजन के लिए टीवी की व्यवस्था भी की गई है जिसकी कलेक्टर ने सराहना की।


प्रवासी गर्भवती महिला मजदूरों के लिये बनाया गया विशेष क्वारांटाइन सेंटर
ग्राम केसला के एएनसी केन्द्र को क्वारांटाइन सेंटर्स बनाया गया है जहां सिर्फ गर्भवती मजदूर महिलाएं रखी गई हैं। सीएमएचओ ने बताया कि यह राज्य का पहला क्वारांटाइन सेंटर है जहां केवल गर्भवती महिलायें रुकी हुई हैं। यहां कार्यरत स्टाफ से कलेक्टर ने बातचीत की और उन्हें संक्रमण से खुद की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखने कहा। इस सेंटर में गर्भवती महिलाओं की प्रारंभिक जांच भी की जाती है। डिलिवरी की स्थिति में नजदीकी अस्पताल में भेजने की व्यवस्था की गई है। बिल्हा के मातृ-शिशु अस्पताल में पहुंचे कलेक्टर को माइंस ओनर्स एसोसियेशन की ओर से 30 पीपीई किट प्रदान किये गये। कलेक्टर ने मस्तूरी विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला दर्रीघाट में बनाये गये क्वारांटाइन सेंटर का जायजा लिया। यहां पर भोजन, पानी तथा शौचालय की व्यवस्था देखी। सभी प्रवासी मजदूरों का सैम्पल लिया गया है या नहीं इसकी जानकारी ली। यहां 39 प्रवासी मजदूर रुके थे जिनमें से 14 को क्वारांटाइन अवधि पूरी करने पर घर भेज दिया गया है।

तहसील कार्यालय और अस्पताल का निरीक्षण
कलेक्टर सारांश मित्तर ने मस्तूरी में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और एसडीएम तथा तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य केन्द्र में सामान्य मरीजों का ओपीडी, प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या की जानकारी ली। प्रसूति कक्ष में पीपीई किट का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया, औषधि वितरण कक्ष में सैनेटाइजर, मास्क की उपलब्धता की जानकारी ली। कलेक्टर ने जानकारी ली कि कोरोना जांच के लिए यहां वीटीएम टेस्ट होता है या नहीं और इसके लिए स्टाफ को प्रशिक्षण मिला है या नहीं।
इस अस्पताल में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ. पारूल जोगी अनुपस्थित पाई गईं। कलेक्टर ने इसको गंभीरता से लिया और एसडीएम को निर्देशित किया कि अस्पताल में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करें अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर, बिल्हा एसडीएम श्री अखिलेश साहू, मस्तूरी एसडीएम श्रीमती मोनिका वर्मा एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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