बिल्हा की छात्रा से नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी, मामला दर्ज

बिलासपुर. नर्सिग काॅलेज में लाइन एडमिशन के नाम पर एक छात्रा से 74 हजार 400 रूपए का फर्जीवाडा का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पर बिल्हा पुलिस धोखाधडी का अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। बिल्हा क्षेत्र के ग्राम भटगांव निवासी छात्रा संतोषी मेहर पिता साधराम मेहर इसी वर्ष 2019 में 12वी की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की है। आगे पढाई के लिए आॅनलाईन फार्म भरकर 16 जून को बीएससी नर्सिग की प्रवेश परीक्षा दिलाई थी। इसके बाद 13 जुलाई को उसके मोबाईल पर 8541971016 नम्बर से काॅल आया। काॅल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि बीएससी नर्सिग की प्रवेश परीक्षा का परिणाम आ गया है और उनका संतोषी मेह का सलेक्शन हो गया है। परीक्षा देने के कारण पीडित छात्रा अज्ञात व्यक्ति की बातों को सच मानकर उसके झांसा में आ गया और एडमिशन फीस के बार में जानकारी ली। तो काॅल करने वाले व्यक्ति ने 20 हजार बताया और फीस राशि को नानु माझी के बैंक एकाउंट नंबर 36185135292 आईएफएससी कोड एसबीआईएन0000042 में जमा करने को कहा गया। इसके बाद पीडित छात्रा के परिजनों से बात की। परिजनों ने जेवर गिरवी रखकर 11 जुलाई और 13 जुलाई को 5 – 5 हजार रूपए और 18 जुलाई को 10 हजार रुपये बैंक खाता में जमा किये। एडमिशन फीस जमा होने के बाद पीडित छात्रा से अपने सारे दस्तावेज वाॅटसएप्प नम्बर 9523849320 पर भेज दी। इसके कुछ दिनों बाद आरोपी अज्ञात व्यक्ति ने काॅल कर 4 साल की हास्टल फीस 54 हजार रुपये जमा करने को कहा। हास्टल के लिए मना करने पर उसने इसे अनिवार्य फीस बताकर किश्तों में जमा करने को कहा गया। परिजनों ने रकम की व्यवस्था कर 26 जुलाई को 15 हजार रुपए तथा 27 जुलाई को 12 हजार 200 रुपए हास्टल के डारेक्टर लाल मनी वर्मा के बैंक खाता नंबर 356111850445 आईएफएससी कोड एसबीआईएन0017231 जमा किये। 7 अगस्त को कालेज के प्रोफेसर दीपु राजवंशी के बैंक खाता नंबर 38356546022 आईएफएससी कोड एसबीआईएन0002362 के खाते में 7 हजार 200 रुपए जमा किये। इसके बाद आरोपी अज्ञात व्यक्ति के बुलाने पर पीडित छात्रा व परिजनों आयुष कालेज आॅफ नर्सिग पहुंचे, लेकिन आरोपी स्वंय नहीं पहुंचे, तब मामले का खुलासा हुआ। बिल्हा पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।