मजदूरों को गुजरात से लेकर बिलासपुर पहुँची पहली श्रमिक ट्रेन,सभी की जांच की जा रही


बिलासपुर. गांधीनगर गुजरात से रविवार शाम 4:00 बजे चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार सुबह 9:50 पर बिलासपुर पहुंच गई। बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर इस ट्रेन के पहुंचने से पहले ही यहां बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे के साथ एसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। करीब 12 सौ मजदूर इस स्पेशल ट्रेन में सवार होकर बिलासपुर पहुंचे हैं, जिनके बिलासपुर पहुंचने पर विशेष एहतियात बरती जा रही है। किसी भी यात्री को सामान्य तरीके से ट्रेन से उतरने नहीं दिया गया है। ट्रेन में ही सबको भोजन और नाश्ता उपलब्ध कराया गया है । इस ट्रेन में कुल 24 बोगियां हैं जिसमें मजदूर सवार है। यहां 24 मेडिकल टीम तैनात की गई है जो अब एक एक मजदूर की स्क्रीनिंग, ब्लड टेस्ट आदि करेगी। जिसमें पास होने के बाद ही इन मजदूरों को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में बनाए गए अलग-अलग गेट से बाहर निकाला जाएगा। वीआईपी गेट से बिल्हा क्षेत्र के मजदूर बस में सवार होकर अपने सेंटर पहुंचेंगे तो वहीं गेट नंबर 3 से मस्तूरी क्षेत्र के श्रमिक निकलेंगे। गेट नंबर 4 को बिलासपुर और बेलतरा क्षेत्र के श्रमिकों के लिए तय किया गया है, जिन्हें शहर और आसपास बनाए गए कोरेन्टीन सेंटर पहुंचाने के लिए करीब 100 बसें तैनात की गई है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर इन मजदूरों के पहुंचने पर विशेष सुरक्षा बरती जा रही है। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे रेलवे क्षेत्र में बाजार और कारोबार को बंद कर दिया गया है। यह तो शुरुआत भर है ,अब इसके बाद लगातार इस तरह की ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचेगी और यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी।

दूसरे राज्यों से 848 मजदूर शहर पहुँचे, सभी मजदूरों को क्वारटाइन सेंटर भेजा गया :  रविवार को अन्य प्रदेशों से जिले के 848 मजदूर पैदल शहर पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग ने इसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस दौरान 26 में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। इसका सैंपल लेकर रायपुर भेज दिया गया है। वहीं, सभी मजदूरों को पंचायत स्तर पर बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है

मौजूदा स्थिति में रोजाना सैंकड़ों मजदूर शहर पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन पर फोकस कर रहा है। मजदूरों की जांच के लिए विभिन्न चेक पोस्ट में व्यवस्था की गई है। रविवार को विभिन्न मार्गों से झारखंड, मध्यप्रदेश व प्रदेश के विभिन्न जिलों से 848 मजदूर पैदल शहर पहुंचे। ये भी तखतपुर, कोटा, बिल्हा और मस्तूरी ब्लाक में रहने वाले हैं। इनकी जांच स्वास्थ्य विभाग ने की। इस दौरान 26 में कोरोना के लक्षण मिले। उनका सैंपल लेकर रायपुर एम्स भेजा गया है। वहीं, 50 से ज्यादा का रैपिड टेस्ट किया गया। इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। सभी मजदूरों को पंचायत स्तर पर बनाए गए क्वांरटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए भेज गया है।

ब्लॉक वार मजदूरों की संख्या

बिल्हा – 385

मस्तूरी – 37

कोटा – 422

तखतपुर – 04

14 क्वारंटाइन और 12 आइसोलेशन सेंटर

बाहर से आने वाले मजदूरों की स्वास्थ्य विभाग जांच कर रहा है। इसमें सामान्य पाए जाने वाले मजदूरों को आइसोलेट करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। यदि किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उनका उपचार भर्ती कर किया जाएगा। इसके लिए 14 क्वांटाइन व 12 आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। क्वारंटाइन सेंटर लगरा नर्सिंग हॉस्टल, वन चेतना केंद्र, रेलवे कॉलोनी, अरपा गेस्ट हाउस पंडित सुंदर लाल शर्मा विश्वविद्यालय, जीजीयू गेस्ट हाउस, वासू मंगलम, आनंद वाटिका बोदरी, संस्कृति भवन बोदरी, जेके कॉलेज ऑफ नर्सिंग मस्तूरी, मोहन वाटिका तखतपुर, डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय गेस्ट हाउस कोटा, जगदीश लॉज व छत्तीसगढ़ भवन में बनाया गया है। इसी तरह आइसोलेशन सेंटर महादेव हॉस्पिटल बिलासपुर, प्रयास हॉस्टल उसलापुर, केडिया धर्मशाला जिला अस्पताल परिसर, चित्रकूट हॉस्टल, शासकीय महामाया कॉलेज, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, महामाया मंगल भवन, एग्रीकल्चर हॉस्टल एक, दो, तीन, चार में बनाया गया है।

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