रेलवे सुरक्षा बल दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 196 बल सदस्यों को बच्चों की तस्करी की रोकथाम हेतु ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया

बिलासपुर. मानव-तस्करी की रोकथाम के लिए रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशानुसार, रेलवे सुरक्षा बल दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के द्वारा मुख्यालय स्तर पर तथा मण्डल स्तर पर टास्क-टीम बनाकर सभी महत्वपूर्ण ट्रेनों की निगरानी की जा रही है. इसी क्रम में ट्रेन एस्कॉर्ट पार्टियों को भी लगातार ब्रीफ़ किया एवं अधिकारियों के द्वारा बल सदस्यों को जागरूक किया. ड्यूटी के दौरान बल सदस्यों को ब्रीफिंग-डेब्रीफिंग की जा रही ही. इस वर्ष कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फ़ाउंडेशन के द्वारा भी रेलवे सुरक्षा बल के 196 बल सदस्यों को बच्चों की तस्करी कि रोकथाम हेतु ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है. अब इसका असर दिखने लगा है. इसी तारतम्य में दिनांक 08.11.2020 रविवार को गाड़ी संख्या 02251 वैनगंगा एक्सप्रेस को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट कोरबा के ट्रेन एस्कॉर्ट पार्टी के सदस्यों प्रधान आरक्षक संजीव राय और आरक्षक डी.पी. रत्नायके ने बिलासपुर से कोरबा की एस्कोर्टिंग के दौरान उक्त गाड़ी में एक किन्नर को पकड़ा जो लगभग एक साल के बच्चे को ओड़ीसा के ब्रजराजनगर से अपहरण कर कोरबा ले जा रही थी. बच्चे को किन्नर के चंगुल से छुड़ाकर चाईल्ड लाईन कोरबा को आरपीएफ़ के द्वारा सौंपा गया और किन्नर को जीआरपी बिलासपुर को अग्रिम कानूनी कार्यवाही करने हेतु हैंड ओवर किया गया, जहाँ मामला दर्ज किया गया है. रेलवे सुरक्षा बल के सदस्यों प्रधान आरक्षक संजीव राय और आरक्षक डी.पी. रत्नायके को किन्नर से बच्चों को छुड़ाने जैसे उत्कृष्ट कार्य के निष्पादन के लिए चाईल्ड वेलफेयर कमिटी कोरबा की अध्यक्ष श्रीमती मधु पांडे के द्वारा दोनों ही बल सदस्यों को अवार्ड से सम्मानित किया गया.