ऋषभ पंत को लेकर भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने गुरुवार को बयान दिया था. उन्होंने कहा कि पंत के लिए जरूरी है कि वे मुश्किल दौर को स्वीकार करें. इसके साथ ही वे अपने खेल को बेहतर करने पर ध्यान दें. महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप 2019 के बाद से क्रिकेट से दूर हैं. उनकी गैरमौजूदगी में पंत को तीनो फॉर्मेट में मौका दिया गया था. लेकिन खराब फॉर्म की वजह से वनडे और टी-20 में पंत की जगह केएल राहुल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. वहीं, टेस्ट में ऋद्धिमान साहा को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी जाने लगी थी.
लंबे समय बाद टेस्ट टीम में लौटे ऋषभ पंत, आखिरी बार विंडीज में मिला था मौका
नई दिल्ली. शुक्रवार सुबह जब वेलिंगटन टेस्ट की शुरुआत हुई तो भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सबको चौंकाते हुए ऋषभ पंत को मौका दिया. उन्हें अनुभवी ऋद्धिमान साहा की जगह विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पंत पिछले कुछ वक्त से बुरे दौर से गुजर रहे हैं. फॉर्म की समस्या से जूझ रहे इस युवा खिलाड़ी ने काफी मेहनत की है. लेकिन पिछले 5 टेस्ट, 6 वनडे और 5 टी20 मैचों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. उनकी जगह साहा और संजू सैमसन को तरजीह दी जाने लगी थी.
न्यूजीलैंड एकादश के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में पंत ने शानदार पारी खेली थी. भले ही पहली पारी में वो महज 7 रन ही बना पाए थे और ईश सोढ़ी की गेंद का शिकार हो गए थे. लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने वापसी करते हुए शानदार 70 रन बनाए और मैच को ड्रॉ कराने में मदद की. शायद इसी पारी का ईनाम उन्हें मिला है और न्यूजीलैंड के धरती पर उन्हें पहली बार टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है.
ऋषभ पंत ने अगस्त-सितंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी बार टेस्ट मैच खेला था. जबकि 14 जनवरी 2020 के बाद ये उनका पहला अंतरराष्ट्रीय मैच है. आख़िरी बार उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच खेला था, जिसमें उन्होंने 33 गेंदों में 2 चौके और 1 छक्के की मदद से 28 रन की पारी खेली थी. पंत ने इससे पहले 12 टेस्ट मैच खेले हैं और 44.35 की औसत से 754 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतकीय पारी भी खेली है.