लद्दाख में तैनात सैनिकों के लिए विशेष कपड़े खरीद रहा भारत


नई दिल्ली. चीन (China) से तनाव के बीच भारत (India) ने सर्दियों को ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू कर दी है. भारत लद्दाख (Ladakh) में तैनात जवानों के लिए विशेष कपड़े खरीद रहा है, जो उन्हें कड़ाके की ठंड से बचाने में मदद करेंगे.

भारत और अमेरिका (America) के बीच लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम एग्रीमेंट (LEMOA) के तहत इन कपड़ों की खरीद की जा रही है. इस समझौते के तहत दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच लॉजिस्टिक सपोर्ट, कपड़े, भोजन, स्पेयर पार्ट्स, चिकित्सा सेवाएं सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं का आदान-प्रदान किया जाता है.

यूरोपीय बाजारों का भी रुख
अमेरिका के साथ ही भारत ने यूरोपीय बाजारों का भी रुख किया है. सरकार लद्दाख में माइनस 25 डिग्री सेल्सियस में तैनात जवानों को हर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने के प्रयासों में लगी है. हमारे जवान पैंगोंग झील के दक्षिण में 13 महत्वपूर्ण चोटियों पर भी तैनात हैं. सर्दी के मौसम में यहां स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है, इसी को ध्यान में रखते हुए सैनिकों के लिए विशेष कपड़ों की खरीदारी की जा रही है.

बाज नहीं आ रहा चीन
सीमा विवाद के हल के लिए भारत और चीन में कई राउंड की बातचीत हो चुकी है. कुछ मुद्दों पर सहमति भी बनी है, लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. उसने भी सर्दियों को ध्यान में रखते हुए तैयारी तेज कर दी है. खुफिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि चीन ने लगभग तीन अरब रुपए की कीमत के स्पेशल टेंट्स का सौदा किया है. ये टेंट्स लद्दाख की सर्दियों के लिए खरीदे जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन ने गुआंगजाओ प्लेटो प्लास्टिक कंपनी से 2 अरब 94 करोड़ रुपए में इन स्पेशल टेंट्स का सौदा किया है. ये टेंट सुपर हाई ऑल्टिटयूड यानी 15 हजार फीट से ऊंचाई पर तैनात सैनिकों को रहने के लिए आरामदेह जगह मुहैया कराते हैं. इन टेंट्स को खासतौर पर सूखे और कम ऑक्सीजन वाले इलाकों में सैनिकों को रुकने के लिए तैयार किया जा रहा है.

हर हरकत पर नजर
भारत चीन की हर हरकत पर नजर रखे हुए है. लद्दाख के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तैनात जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है. भारतीय सेना को फॉरवर्ड पोजीशन पर तैनात लगभग 35,000 अतिरिक्त सैनिकों के लिए सर्दियों की वस्तुओं को स्टॉक करना है, इसी के मद्देनजर तैयारी की जा रही है. अमेरिका के साथ ही भारत यूरोपीय बाजारों से भी सैनिकों के लिए विशेष कपड़े और दूसरे जरूरी संसाधन खरीद रहा है.

 

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