संविदा कर्मचारियों की भर्ती में जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय में की गई धांधली
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी का नही दिया जा रहा जवाब
अनिश गंधर्व
बिलासपुर। जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय में संविदा कर्मचारियों की भर्ती में जमकर मनमानी की गई। महिला अधिकारी गायत्री बांधी की मंत्रालय स्तर पर शिकायत की गई है किंतु ऊंची पहुंच होने के कारण आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। गायत्री बांधी की प्रताडऩा से परेशान विभाग के जिला समन्वयक रामरतन कश्यप ने शिकायत तो अल्टे उसे ही मेडिकल अनफिट बताकर नौकरी से निकालने की साजिश रची गई। सूचना के अधिकार के तहत जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय द्वारा सिविल मद के कार्य हेतु जिला चिकित्सालय को जारी की गई राशि, कार्य व ठेकेदार की जानकारी मांगी गई है, इसी तरह महिला अधिकारी गायत्री बांधी के कार्यकाल में संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति का नोट शीट, रजिस्टर व चयन सूची की जानकारी विभाग से मांगी है। तय तिथि में सीएमएचओ कार्यालय से जानकारी आवेदक को नही दी गई। मांगी गई जानकारी के संबंध में विभाग के अधिकारी टाल-मटोल करते रहे। पहले तो आवेदक को मांगी गई जानकारी की प्रति गुम हो जाने की बात कहते हुए फिर से आवेदन की प्रति मंगाई गई इसके बाद भी करीब डेढ़ महिने बाद भी सूचना के अधिकार के तहत जानकारी विभाग द्वारा प्रदान नहीं की गई। विभाग की लापरवाही से क्षुब्ध होकर आवेदक ने प्रथम अपील भी की है।
विभाग के जिला समन्वयक राम रतन कश्यप को मेडिकल अनफिट बताकर नौकरी से निकाले जो साजिश रची गई इस सबंध में जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट के संबंध में जानकारी प्रदान नहीं की गई है। मालूम हो कि दिव्यांग कानून 2016 के तहत किसी भी दिव्यांग को नौकरी से नहीं निकालने का नियम है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के साये में पनप रहे भ्रष्टाचार की शिकायत मंत्रालय तक पहुंच रही है। इसके बाद भी विभाग में मनमानी की जा रही है। सूचना का अधिकार कानून का यहां खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि मार्च 2020 में करगी रोड कोटा क्षेत्र के टीबी रोगियों की जगह अपात्र लोगों के नाम राशि जारी कर दी गई। संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति में शासन के मानदंड के अनुसार भर्ती नहीं की गई, बल्कि अलग से योग्यता दर्शाकर अपने लोगों गलत तरीके से जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय में नौकरी पर रख लिया गया है। गायत्री बांधी की प्रताडऩा से तंग आकर संविदा कर्मचारी राम रतन कश्यप ने शिकायत की तो उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। विभाग में सारा कुछ आशीष सिंह जो कि संविदा कर्मचारी है के द्वारा किया जा रहा है। जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय में संविदा पद कार्य करते हुए एक महिला कर्मचारी ने ग्राम पंचायत चुनाव तक लड़ दिया और विभाग के अधिकारियों को कुछ पता नहीं चल सका। शासकीय कार्यालय में काम करने वाला कोई भी कर्मचारी चुनाव नहीं लड़ सकता, लेकिन गायत्री बांधी के कार्यकाल में यहां सब कुछ हो रहा है। सिम्स में कार्यरत संविदा कर्मी एक महिला से टीबी रोग विभाग में कार्य करने वाले संविदा कर्मचारी आशीष सिंह ने छेडख़ानी की, इसकी शिकायत सखी सेंटर में दर्ज कराई गई है। गायत्री बांधी के कार्यकाल में जारी की गई राशि व संविदा कर्मचारियों की भर्ती जैसे गंभीर मामलों को दबाने का पुरजोर प्रयास किया जा रहा है।