सरपंच और ठेकेदार बिना अनुमति के मुरुम की कर रहे अवैध खुदाई
सेमरताल में धड़ल्ले से चल रहा उत्खनन
बिलासपुर। शहर से लगे ग्राम पंचायत सेमरताल में इन दिनों सरपंच और ठेकेदार की आपसी साँठगाँठ से बिना अनुमति खुलेआम मुरुम की अवैध खुदाई की जा रही है। रोजाना 10 से 15 ट्रक मुरुम निकाल कर बिना रायल्टी के बेचा जा रहा है। सरकार को इस अवैध कार्य से लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। जिला ही नहीं पूरे प्रदेश में जगह-जगह खनिज का अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है। ऐसा नही हैं कि इसकी जानकारी विभाग के आला अधिकारियों को नही है पर छोटी मोटी कार्रवाई कर विभाग सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है। क्योंकि ज्यादातर अवैध खुदाई सत्ता से जुड़े लोग ही कर रहे है। जिले का खनिज विभाग अवैध उत्खनन रोकने में लगातार कोरम पूरा करने वाली कार्रवाइयों को दिखाकर सिर्फ अपनी पीठ थपथपाते हैं। लेकिन माफियाओं को रोकने में अब तक विभाग सफल नहीं हो पाया हैं। जिला मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर ग्राम पंचायत सेमरताल है, जहाँ इन दिनों सरपंच और ठेकेदार की आपसी साँठगाँठ से खुलेआम मुरुम की अवैध खुदाई की जा रही है। रोजाना 10 से 15 ट्रक मुरुम निकाल कर बिना रायल्टी के बेची जा रहीं है। जिससे खनिज विभाग को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। मौके पर मौजूद ठेकेदार के कर्मचारी ने बताया कि मुरुम हाइवे सड़क के निर्माण के लिए भेजीं जा रही है। जिसकी रायल्टी पर्ची नही ली गयीं है। खनिज अधिकारी दिनेश मिश्रा से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर अवैध उत्खनन पर कार्रवाई की जाती है। मुरुम, रेत की 17 गाडिय़ों पर रतनपुर से बिल्हा तक कार्रवाई की गई है। ये कहना गलत है कि विभाग कार्रवाई नही करता है। जहाँ सूचना मिलती है, तत्काल कार्रवाई की जाती है बस देखना यह होता है कि उनके पास अनुमति है या नही क्योंकि कुछ जगहों में हमने अनुमति दी है। सरपंच और ठेकेदार अपनी मनमानी कर तलाब में अवैध उत्खनन करा रहे है, अब देखना यह होगा कि खनिज विभाग के अधिकारी इस ओर कब तक ध्यान देते हैं।