सैंडलवुड ड्रग्स केस : विवेक ओबेरॉय के घर बेंगलुरु पुलिस ने की छापेमारी
नई दिल्ली. बेंगलुरु सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने गुरुवार (15 अक्टूबर) को बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय के घर छापेमारी की है. सीबीआई की बेंगलुरु सिटी क्राइम ब्रांच (CCB) ने ड्रग्स मामले (Drugs Case) में एक शख्स की तलाश में विवेक ओबेरॉय के मुंबई स्थित घर पहुंची. ड्रग्स मामले में आदित्य अल्वा (Aditya Alva) को तलाशने के लिए बेंगलुरु सिटी क्राइम ब्रांच मुंबई स्थित बॉलीवुड एक्टर के घर छापा मारने पहुंची, वह विवेक ओबेरॉय की वाइफ के भाई यानी साले ( brother-in-law) बताए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि आदित्य अलवा नाम का शख्स विवेक ओबेरॉय का रिश्तेदार है. आदित्य के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से वह फरार हैं. सीसीबी ने कोर्ट वॉरंट लेकर विवेक के घर की तलाशी ली.
फरार हैं विवेक के रिश्तेदार
सीसीबी की तरफ से जारी स्टेटमेंट के मुताबिक, कॉटनपेट केस में आदित्य अलवा फरार हैं. विवेक ओबेरॉय उनके रिश्तेदार हैं, हमें सूचना मिली थी कि अल्वा वहां हैं इसलिए हमने उनके घर पर छापेमारी की है. इसके लिए कोर्ट से वॉरंट लिया गया था और पुलिस की टीम मुंबई में उनके घर भी गई थी. मालूम हो कि सैंडलवुड ड्रग केस (Sandalwood drugs case) में कई बड़े नाम आ चुके हैं. इनमें रागिनी द्विवेदी का नाम भी है. आदित्य के घर पर सीसीबी टीम पहले छापा मार चुकी है.
गिरफ्तार आरोपी ने किया था अल्वा के नाम का खुलासा
बता दें कि हाई-फाई सैंडलवुड ड्रग केस में कई बड़े नामों का खुलासा हुआ है. इस मामले में ऐक्ट्रेस रागिनी द्विवेदी के अलावा ड्रग पेडलर्स रवि शंकर, शिव प्रकाश, राहुल शेट्टी, विरेन खन्ना की गिरफ्तारी हो चुकी है. इन्हीं में से एक गिरफ्तार आरोपी ने आदित्य अल्वा के शामिल होने की बात पुलिस के सामने रखी थी. उस वक्त हेब्बल के नजदीक स्थित आदित्य अल्वा के घर ‘हाउस ऑफ लाइव्स’ की तलाशी ली गई थी. ये जानकारी बेंगलुरु के जॉइंट कमिशनर क्राइम संदीप पाटिल ने दी थी. विवेक के रिश्तेदार आदित्य अल्वा पूर्व मंत्री जीवराज अल्वा के बेटे हैं. उनकी बहन प्रियंका अल्वा की शादी विवेक ओबरॉय से हुई है.
एक माह पहले अल्वा की संपत्तियों पर हुई थी छापेमारी
बेंगलुरु सिटी पुलिस के सेंट्रल क्राइम ब्यूरो ने संडलवुड ड्रग मामले में एक माह पहले बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय (Vivek Oberoi) के साले अल्वा की संपत्तियों पर छापेमारी की थी. पुलिस ने आदित्य के स्वामित्व वाले रिसॉर्ट्स पर भी छापेमारी की थी. कथित तौर पर वह यहां पार्टियां आयोजित करते थे, जिनमें कन्नड़ फिल्म उद्योग के कई फिल्मी सितारे हिस्सा लेते थे. सेंट्रल क्राइम ब्यूरो के मुताबिक, आदित्य इस मामले में पांचवे आरोपी बने हैं. वह एक प्रभावशाली पारिवारिक पृष्ठभूमि से हैं. उनके दिवंगत पिता जीवनराज अल्वा अपने समय के सबसे शक्तिशाली मंत्रियों और नेताओं में से एक थे. उन्हें दिवंगत मुख्यमंत्री रामकृष्ण हेगड़े का दाहिना हाथ माना जाता था.