सोशल मीडिया के बेहतर उपयोग से दो माह बाद मिली एक मां अपने बच्चों से

बिलासपुर. कोटा और लोरमी के बीच स्थित ग्राम तेंदुआ निवासी भागमती बाई जो भटकते हुए उज्जैन के आगे नवादा पहुंच गई थी – वहां के स्थानीय युवकों ने उसे भगत की कोठी ट्रेन में टिकट देकर – सह यात्री श्याम गढ़ की विंड मिल कम्पनी में काम करने वाले भोपाल निवासी वर्मा जी से मदद का आग्रह किया – वर्मा जी ने नेट पर सर्च करते हुए बिलासपुर की सामाजिक संस्था एक नई पहल के संयोजक माधव मुजुमदार से संपर्क किया – और आग्रह किया की यह बुजुर्ग महिला अपना घर मुंगेली के आसपास बता रही है और ट्रेन में हमारे साथ अकेली सफर कर रही है कृपया इनके परिवार को खोजने में मदद करे अज्ञात महिला के मिलने की खबर एक नई पहल के संयोजक सतराम जेठमलानी ने सोशल मीडिया पर मेसेज वायरल कर और हेल्प लाइन ११२ को भी मैसेज कर मदद का आग्रह किया – वाट्सअप पर मेसेज पढ़ मुंगेली निवासी अलीम खान व लोरमी निवासी समाजिक कार्यकर्ता सुमित फाउंडेशन की सदस्य क्षमा गौरहा ने रात्रि १० बजे तक खोजबीन कर आखिर महिला के घर का पता लगा ही लिया – आज दोपहर १ बजे एक नई पहल के संयोजक सतराम जेठमलानी , माधव मजूमदार , रेखा आहूजा , डॉ अनीता अग्रवाल ने महिला को हेल्प लाइन ११२ की मदद से सकुशल ट्रेन से उतार लोरमी से आए उनके परिजनों व पुत्र जीवन को सुपुर्द किया. इस महिला को नवादा से राम गोपाल वर्मा जी भोपाल तक , भोपाल से राहुल चौहान जी भिलाई पावर हाउस तक और भिलाई पावर हाउस से कोरबा के दंपति श्री सिद्धू जी बिलासपुर तक ले आये – इस प्रकार सोशल मीडिया के बेहतर उपयोग से खोई हुई महिला अपने परिवार से मिली ज्ञातव्य है कि इसके पहले भी एक नई पहल संस्था ने महाराष्ट्र के नासिक जिले के एक युवा को जो 30 वर्ष पूर्व अपने घर से लापता हो गया था , बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से रेस्क्यू कर सिम्स में इलाज करवा सकुशल उसके परिवार से मिलवाया था ।