स्व. मोतिलाल बोरा सही अर्थो में समाजवादी, गांधीवादी चिंतक थे उनके निधन से प्रदेश में एक युग का अंत हुआ : अटल श्रीवास्तव
बिलासपुर. प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने स्व. मोतिलाल बोरा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाबू जी के नाम से प्रचलित मोतिलाल बोरा जी सच्चे अर्थो में समाजवादी और गांधीवादी चिंतक थे। मन-क्रम-वचन से समाजवाद और गांधी को मानने वाले नेताओं में पूरे देश में उनका नाम शामिल था, उनके निधन से प्रदेश में एक युग का अन्त हुआ है, कांग्रेस के लिये अपूरणीय क्षति है। प्रदेश और देश में उनका स्थान कोई नहीं ले सकता आज के पीढ़ी को उनसे सीख लेनी चाहिए।
बोरा जी का निधन कांग्रेस के लिये अपूरणीय क्षति : प्रमोद नायक
स्व. बोरा जी के निधन का समाचार मिलते ही जिला कांग्रेस बिलासपुर में शोक की लहर व्याप्त हो गई वे सच्चे ईमानदार और विचारधारा से पूर्णतः कांग्रेस मैन थे एक सैनिक की तरह हमेशा हाई कमान की आदेशो का पालन करते थे 93 वर्ष की उम्र में भी उनके काम में कभी थकवाट नहीं झलकती थी। हम कांग्रेस जनों को उनके जीवन परिचय से उनके कार्यो से प्रेरणा लेनी चाहिए।
स्व. मोतीलाल बोरा हमेशा कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ताओं के लिये प्ररेणा का श्रोत रहेंगे : अभयनारायण राय
स्व. मोतीलाल बोरा पार्षद विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, राज्यपाल तक का सफर एक दुर्ग जिले के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में शुरू कर किया था। स्व. बोरा के आचारण और व्यवहार में किसी भी पद पर रहते हुये बदलाव नहीं दिखा। लखनऊ राजभवन में राज्यपाल के रूप में रहते हुए उनसे मिलने गया था । बड़ी सहजता से बिलासपुर का नाम सुनते ही उन्होंने मुझे अन्दर बुलवा लिया और बाच-चीत की दिल्ली जाने पर बिलासपुर वासी बाबू जी से मिलने उनके कार्यालय जाते थे सबसे बड़ी आत्मीयता से मिलते थे। संगठन के लिये बाबू जी मिशाल थे। हम कार्यकर्ताओं को उनसे सबक लेनी चाहिये की पार्टी और हाई कमान के प्रति कैसे निष्ठा से काम किया जाता है। पूरे जीवन वे कांग्रेसी रहे उनके निधन से बिलासपुर के कांग्रेस जन शोक संतप्त है मैं अपने श्रद्धांजली अर्पित करता हूं।
स्व. बोरा का बिलासपुर से हमेशा लगाव रहा : रामशरण यादव
महापौर रामशरण यादव ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के राष्ट्रीय कोशाध्यक्ष कार्यसमिति के सदस्य अजेय नेता मोतिलाल बोरा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि मोतिलाल बोरा को बिलासपुर से विशेष स्नेह रहा। बिलासपुर में स्व. बी.आर. यादव से लगाव होने के कारण वे हमेशा बिलासपुर की चिंता करते थे। बिलासपुर के नगर पालिका चुनाव में कई बार वे पर्यवेक्षक बन कर आते रहे प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी उनका यहा दौरा हुआ मुख्यमंत्री के रूप में भी कई बार बिलासपुर आगमन हुआ है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुये बिलासपुर में उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बड़ा सम्मेलन आयोजित करवाया था। स्व. बी.आर. यादव उन्हे हमेशा मोती भैया कहकर ही संबोधित करते थे और दोनों में अपार स्नेह था। महापौर रामशरण यादव ने संस्मरण बताते हुए कहा कि बिलासपुर में महापौर बनने के बाद राहुल गांधी से मिलने प्रदेश के सभी महापौर दिल्ली गये थे। राहुल से मिलने के पष्चात स्व. बोरा ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और बड़े स्नेह से आशीर्वाद प्रदान किया और अच्छे कार्य जनता के पक्ष में करते रहने की सीख दी। मेरे साथ न.नि. बिलासपुर के सभापति शेख नजरूद्दीन भी थे। रामशरण यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।