ज़िला कांग्रेस कमेटी और शहर कांग्रेस कमेटी ने भारत छोड़ो आंदोलन की 77 वी वर्षगांठ मनाई

बिलासपुर. ज़िला कांग्रेस कमेटी और शहर कांग्रेस कमेटी ने संयुक्त रूप से 09 अगस्त को कांग्रेस भवन में सुबह 10.00 बजे भारत छोड़ो आंदोलन की 77 वी वर्षगांठ मनाई और महात्मा गांधी जी की चित्र पर माल्यार्पण कर शहीदों को याद किया गया ।इस अवसर पर शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर, कार्यक्रम के संयोजक सैय्यद ज़फ़र अली ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन स्वतन्त्रता प्राप्ति के लिए अंतिम और कारगर आंदोलन था ,जिसमे प्रथम पंक्ति के सभी नेताओं के गिरफ्तार होने के बाद दवूतीय पंक्ति के नेताओ ने नेतृत्व किये जिसमे प्रमुख रूप से अरुणा आसफ अली,लाल बहादुर शास्त्री और देश के युवा थे । आज युगान्तकारी भारत छोड़ो आंदोलन के नेतृत्व और परिणाम को धूमिल कर नया इतिहास लिखने की तैयारी की जा रही है । स्वतन्त्रता सेनानियो को अपमानित किया जा रहा है ,अंग्रेज द्वतीय विश्व युद्ध के भंवर जाल में फंस चुके थे और हार सामने दिख रहा था,गांधी जी ने इस समय की नजाकत को समझ चुके थे इसलिये 8 अगस्त 1942 को बम्बई के अगस्त क्रांति मैदान में कांग्रेस अधिवेशन में ” अंग्रेजो भारत छोड़ो “और ” करो या मरो ” नारे के साथ 9 अगस्त को आंदोलन का आगाज हुआ और परिणाम स्वरूप 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ ।कार्यक्रम को हरीश तिवारी,चंद्र प्रकाश देवरस,डॉ बद्री जायसवाल,ऋषि पांडेय,एस एल रात्रे,एस पी चतुर्वेदी,शैलेन्द्र जायसवाल,अनिल सिंह चौहान,सच्चिदानन्द तिवारी ने भी सम्बोधित किया । कार्यक्रम में त्रिभुवन कश्यप ,विनोद साहू,माधव औटलवार,अखिलेश चन्द्र बाजपेयी,गणेश रजक,अनिल पांडेय,हेमन्त दृघस्कार,अतहर खान,ब्रजेश साहू,मनोज शर्मा,उमेश मौर्य,कुंती वरकड़े,सुदेश नन्दिनी ठाकुर,कमलेश लवहतरे,सुभाष सराफ,दिनेश सूर्यवंशी,अजय काले,राकेश शर्मा,कैलाश मिश्र,हेमचन्द पटनायक,गोवर्धन श्रीवास्तव,वीरेंद्र सारथी,जिग्नेश जैन,पुष्प शर्मा,रणजीत खनूजा,कंवल जीत चावला, जहूर अली,करम गोरख,रेहान रजा,हरमिन्दर शुक्ला,दुर्देशी धनकर आदि थे ।