ज़िला शहर कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने डॉ. खूबचन्द बघेल जी की 121 वी जयंती मनाई

बिलासपुर. ज़िला शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा 19 जुलाई को  पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्न द्रष्टा डॉ खूबचन्द बघेल जी की 121 वी जयंती पर नूतन चौक स्थित डॉ. खूबचन्द बघेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके छत्तीसगढ़ निर्माण में योगदान का पुण्यस्मरण किया गया । इस अवसर पर शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि डॉ. खूबचन्द बघेल ने छत्तीसगढ़ की माटी, संस्कृति, परम्परा  से रचा बसा एक छत्तीसगढ़िया थे  ,जो  एक उन्नत,खुशहाल समाज जिसमे जाति, धर्म,लिंग भेदभाव न हो कि परिकल्पना किया और उसे मूर्त रूप देने के लिए भातृसंघ की स्थापना कर पृथक राज्य की मांग को लेकर अनेक आंदोलन किये, जिसका सुखद परिणाम 2000 में ,एक राज्य के रूप में साकार हुआ।शहर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्व खूबचन्द बघेल के स्वप्न का छत्तीसगढ़ गढ़ने में लगे हुए है,यही कारण है कि खुशहाल किसान,खुशहाल गांव और खुशहाल छत्तीसगढ़ की परिकल्पना कर ग्रमीण जनजीवन पर विशेष केंद्रित योजनाए बनाई जा रही है,सरकार ने उनके नाम पर “डॉ खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य योजना ” लागू कर जनता को स्वस्थ्य छत्तीसगढ़ की ओर प्रेरित कर रहे है ।

महापौर रामशरण यादव ने कहा कि डॉ खूबचन्द बघेल का जीवन हमे प्रेरणा देती है कि हम भी यहां के गरीब,मजदूर,किसान के उन्नत के बारे में सोचे और एक समृद्ध समाज स्थापित करे ,उनके बताए मार्ग पर चलकर ही छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ सकते है ,महापौर रामशरण यादव ने घोषणा की कि प्रतिमा में माल्यार्पण के लिए स्टील की सीढ़ी बनाई जाएगीऔर सरकारी घास लगाकर छोटा सा गार्डन का स्वरूप दिया जाएगा। ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने डॉ खूबचन्द बघेल जी का जन्म , 19 जुलाई 1900 को  पथरी गांव में एक मालगुजार परिवार में  हुआ ,कुशाग्र बुद्धि के थे ।नागपुर से डॉक्टर की उपाधि ली और यही से स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े,गांधी जी के सानिध्य में छत्तीसगढ़ में आंदोलन का नेतृत्व किये ,अनेको बार जेल की यात्रा की ,राष्ट्र प्रेम में उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर समाज सेवा को अंगीकार किये ,स्वतन्त्रता के बाद धरसींवा से विधायक बने ,संसदीय सचिव बने ,राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए पर इन पदों से ऊपर वो पृथक छत्तीसगढ़ राज्य चाहते थे ,जिसके लिए जीवन भर संघर्ष ,आंदोलन किये किन्तु नियति कुछ और चाह रही थी ,और 1969 को उनका दिल्ली में देहावसान हो गया और एक युग का अंत हुआ पर उनकी अलख की ज्वाला धधकती रही और 2000 में पृथक छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया। जो एक खुशहाल राज्य की अग्रसर है।  कार्यक्रम में शहर प्रवक्ता ऋषि पांडेय,ब्लाक अध्यक्ष विनोद साहू,अजय यादव,कार्यालय सचिव सुभाष ठाकुर, आशा पांडेय, शंकर सिंह परिहार, पूर्णानन्द चन्दा, पवन चन्द्रकर, एस एल रात्रे, ब्रजेश साहू संजय साहू, विनय शुक्ला, वीरेंद्र सारथी, कुंदन राव काम्बले, दिनेश सूर्यवंशी, जिनेश जैन, सुभाष सराफ, प्रदीप पांडेय, भविष्य चन्द्राकर, चितरंजन राजपूत, राजेंद्र वर्मा, नरेंद्र शर्मा, पूना राम कश्यप, सूर्यमणि तिवारी आदि उपस्थित थे ।

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