145 वें दिन नवीन दुर्गोत्सव समिति तेलीपारा के सदस्य धरने पर बैठे


बिलासपुर.अखण्ड धरना के 145वें दिन नवीन दुर्गोत्सव समिति तेलीपारा के पदाधिकारी व सदस्य धरने पर बैठे। दुर्गोत्सव समिति के वक्ताओं ने कहा कि यह समिति व बिलासपुरवासियों की जागरूकता ही है जो कि अपनी बहुप्रतिक्षित हवाई सुविधा की मांग के लिए आगे आये और आज आंदोलन ने एक वृहद रूप धारण कर लिया है, जिसमें बिलासपुर के हर वर्ग, हर तबके का समर्थन हासिल है। आज आंदोलन में कोरोना से रोकथाम के लिए सभी आंदोलनकारियों को सेनेटाइजर उपलब्ध कराया गया और थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बैठने की व्यवस्था की गई। किसी भी खासी बुखार वाले व्यक्ति को घर में ही रहने या ईलाज कराने की सलाह दी गई है। आज की सभा में दुर्गोत्सव समिति के षैलेन्द्र कष्यप ने कहा कि कि इस धरने ये सिद्ध किया है कि जब भी बिलासपुरवासियों ने कोई इरादा किया है तब उसे प्राप्त करने के लिए कोई कसर नही छोडी है। वही समर्पण, वही तन्मयता आंदोलन में हर रोज दिखायी देती है। हमने षहर को विकास करते हुये देखा है, शहर ने विकास के कई आयाम तय किये है अपनी कई बहुप्रतिक्षित मांगो के लिए संघर्ष करते हुये देखा है और आज पुनः वही बिलासपुर, उसी संघर्ष के चिरपरिचित अन्दाज में हवाई सुविधा के लिए दिखायी दे रहा है, जो किसी भी अवरोध के बावजूद लक्ष्य हासिल करना जानता है।  सभा केा संबोधित करते हुये दुर्गोत्सव समिति के लक्की कष्यप ने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र को कोयला उत्पादन और बिजली उत्पादन कर केवल प्रदूशण देने के लिए छोड दिया गया है। जबकि विकास का पूरा लाभ रायपुर और दिल्ली भेजा जा रहा है। हमें इस स्थिति को अपने संघर्ष से बदलना ही होगा। उन्हे बताना होगा कि केवल दोहन कर राजस्व अर्जित करने से ही विकास नही होगा, विकास के लिए षहर को उसकी मूलभूत सुविधाओं से सम्पन्न करना होगा, तब जाकर हमें वो बिलासपुर नसीब होगा जिसका की सपना हमने लम्बे समय से अपनी पटल पर संजोया है। दुर्गोत्सव समिति के अंकुर वर्मा ने कहा कि अगर हमें व्यापार, शिक्षा व रोजगार के क्षेत्र में आने वाली पीढी को नये अवसर देने है, उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रषस्त करना है, उन्हे महानगरो से कंधे से कंधा मिलाकर खडे होने के लिए तैयार करना है तो इसके लिए हवाई सुविधा शहरवासियेां हवाई सुविधा मुहैय्या करानी चाहिए। सभा को संबोधित करते हुये महेश दुबे ने कहा कि समिति के द्वारा आज यह मांग की गई कि 600 किलोमीटर से अधिक दूरी की उड़ान 3सी केटेगरी के एयरपोर्ट से संचालित हो सकती है, इस पर पहले की तरह केन्द्र सरकार सब्सिडी दे क्योंकि 600 कि.मी. से अधिक की उड़ान पर सब्सिडी हटा दिये जाने से बिलासपुर महानगरों तक उड़ान के लिए एयरलाइन कम्पनी आकर्शित नहीं हो रही है। महेश दुबे ने आगे बताया कि एटीआर-72 और बम्बाडियर क्यू-400 विमान जो कि 3सी केटेगरी एयरपोर्ट से संचालित होते है। एक बार में 1500 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते है। बिलासपुर से दिल्ली हवाई मार्ग से 907 किलोमीटर, मंुबई 1051 किलोमीटर, कोलकता 622 किलोमीटर है, अर्थात उक्त दोनो विमान बिलासपुर से नाॅन स्टाप इन महानगरों तक जाने में सक्षम है। धरना आंदोलन में नवीन दुर्गोत्सव समिति की ओर से संदीप कश्यप, पदुम शर्मा, हनी कश्यप, अकुंर वर्मा, ओम सोनी अली अजगर, अजय कश्यप , हनी वर्मा, सोनू कुम्हारे, अमन कुम्हारे, एस.आर. कौशिक, अमन यादव, राजवीर वर्मा आदि आंदोलन में शामिल हुए। वही हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति की ओर से देवेंन्द्र सिंह, संजय पिल्ले, बद्री यादव, केशव गोरख, मनोज श्रीवास, अशोक भण्डारी, ब्रम्हदेव सिंह,संतोष पिपलवा, रघुराज सिंह ठाकुर, यतीश गोयल, राकेश शर्मा, नरेश यादव, विजय मनूजा, रामचन्द्र यादव और सुदीप श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। आज आभार प्रदर्षन करने का कार्य अंतिम भाशण के साथ अभयनारायण राय द्वारा किया गया।

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