किसानों की मांग पर खूंटाघाट डेम से नहर में छोड़ा गया पानी, सैकड़ो गाँव के किसानों को मिलेगी राहत
बिलासपुर. खूंटाघाट बांध से बिलासपुर जिले की सीपत मस्तूरी विधानसभा क्षेत्रों के सवा दो सौ से अधिक गांवों के सैकड़ों किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है। खूंटाघाट बांध में जमा जल से ही इस क्षेत्र के किसानों की जीवन की दशा और दिशा तय होती है। कुछ दिनों से सीपत मस्तूरी क्षेत्र के किसानों के द्वारा फसल की सिंचाई के लिए पानी की मांग की जा रही थी।किसानों के पानी को मांग को देखते हुए आज बिलासपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, सभापति अंकित गौरहा सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों जिला पंचायत सभापति राजेश्वर भार्गव,पूर्व जनपद उपाध्यक्ष विनोद सिंह ठाकुर के द्वारा खूंटाघाट डेम के बड़ी नहर के गेट को खोला गया।इस साल सावन माह के अंतिम दिनों में बांध में पानी का भराव नही हो पाया है। किसानो को भादो माह में अच्छी बारिश की आस लगाए खेती के कामो में लगे हुए है किसानों की उम्मीद है कि भादो माह में बांध के जल स्तर में खासा बढ़ोतरी होगी ।ताजा आंकड़ों के मुताबिक बांध में कुल क्षमता के 88 फीसदी पानी का भराव हो चुका है। केच मेंट एरिया के नदी नालों से बांध में अभी पानी आ ही रहा है। बांध में पानी का भराव पूर्ण हो जाने से वेस्टवियर रपटा में पानी का बहाव शुरू हो सकता है।बिलासपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण चौहान, सभापति अंकित गौरहा, जिला पंचायत सभापति राजेश्वर भार्गव,पूर्व जनपद उपाध्यक्ष विनोद सिंह ठाकुर सुभाष अग्रवाल, मदन कहरा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।