मस्तूरी विधायक की पदयात्रा लाई रंग, पदयात्रा में उठाए गए राजस्व मामलों पर बैकफुट पर आई सरकार
बिलासपुर. मोर आवास मूल अधिकार को लेकर मस्तूरी विधायक व उप नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी द्वारा निकाली गई पदयात्रा के अब सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं । मस्तूरी विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने अपनी इस 70 किलोमीटर लंबी पदयात्रा के दौरान विभिन्न ग्रामों में जनसंपर्क कर भूपेश सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल किया था। इस दौरान उन्होंने राजस्व संबंधी मामलों को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा था कि भूपेश सरकार में पटवारी तहसीलदार सहित अन्य राजस्व अधिकारी स्वेच्छाचारी हो गए हैं और उनके द्वारा समय सीमा पर काम नहीं किया जा रहा है साथ ही बिना लेनदेन के कोई भी मामले का निराकरण नहीं हो पाता चाहे राजस्व संबंधी सभी मामले जिसमें फौती नामांतरण आदि मामले आते हैं बगैर पटवारी पैसा लिए कार्य नहीं करते मस्तूरी विधायक के इस विरोध के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया ने इस मामले को संज्ञान में लेते सभी कलेक्टर को निर्देश जारी किया है और समय सीमा पर कार्य पूर्ण करने की हिदायत दी है।
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा है कि राजस्व प्रकरणों में किसी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने तमाम राजस्व प्रकरणों के त्वरित निपटान के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश जारी कर कहा है कि जिस तरह की देरी राजस्व प्रकरणों में हो रही है, वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजस्व प्रकरणों की समीक्षा मुख्यमंत्री फरवरी के आखिरी सप्ताह में करेंगे। मुख्यमंत्री ने इस बाबत कहा है कि नामांकन, सीमांकन और डायवर्सन समेत तमाम राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की जाएगी और गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई भी होगी।