कर्नाटक में नेतृत्वविहीन हुई भाजपा … कई नेता पार्टी छोड़ना चाहते हैं!
बंगलुरु कई राज्यों में विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। नेता एक-दूसरे की कमियां निकालना और उन पर कटाक्ष करना शुरू कर चुके हैं। हालांकि, विपक्षी पार्टियों की मानें तो भाजपा की मेहनत बेकार है। इसी बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार ने भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के कई नेता पार्टी को छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी राज्य में नेतृत्वहीन है।
राज्य में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति न होने पर शेट्टार ने कहा कि भाजपा जिस स्थिति से गुजर रही है, उससे पता चलता है कि वह नेताविहीन हो गई है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा नेतृत्वविहीन है और यही वजह है कि उसने अभी तक कोई नया प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुना है। राज्य में भाजपा की हालत और भी खराब होगी। शेट्टार ने आगे कहा कि भाजपा में कई नेता पार्टी से बाहर निकलना चाहते हैं। और वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस नेताओं से संपर्क कर रहे हैं।
भाजपा में डिसऑर्डर और मिसमैनेजमेंट
शेट्टार ने कहा कि यह एक भयावह स्थिति है जहां भाजपा नेता शनिवार को बंगलुरु दौरे पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं मिल सके, बल्कि राज्य भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार और पूर्व मंत्री आर. अशोक ने मोदी से हाथ मिलाया। यह तब हुआ, जब मोदी उस दिन इसरो का दौरा कर रहे थे तो एक बैरिकेड क्षेत्र। उन्होंने कहा कि भाजपा में डिसऑर्डर और मिसमैनेजमेंट है। बता दें कि जगदीश शेट्टार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हालांकि, उनका कार्यकाल काफी छोटा था और यह करीब ११ महीनों का था। जगदीश शेट्टार १२ जुलाई २०१२ को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे, जबकि १३ मई २०१३ को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। २०१३ में भाजपा कर्नाटक में सत्ता से बाहर हो गई थी। इसके बाद जगदीश शेट्टार को इस्तीफा देना पड़ा था।
कांग्रेस कर्नाटक में १२ से १५ सीटें जीतेगी
पूर्व मुख्यमंत्री ने उन अटकलों का भी खंडन किया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने उनसे फोन पर बात की और कहा कि भाजपा आलाकमान से किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए शेट्टार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कर्नाटक में १२ से १५ सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए अगर वह १५ से अधिक सीटें जीत जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।’