सेना के तीनों अंगों को मिलकर मजबूत बनाएंगे: CDS जनरल बिपिन रावत


नई दिल्ली. 31 जनवरी 2020 को जनरल बिपिन रावत (Genral Bipin Rawat) को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया है. आज 1 जनवरी 2020 से वह इस पद की जिम्मेदारी संभाल ली है. पदभार संभालने से पहले जनरल बिपिन रावत नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद साउथ ब्लॉक में तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया.

नई जिम्मेदारी संभालने के बाद मीडिया से बात करते हुए जनरल रावत ने कहा, सीडीएस तीनों सेनाओं पर नियंत्रण रखेगा, हमें तीनों सर्विसिस के जोड़ को तीन नहीं 5 या 7 बनाना है. ये सीडीएस को टास्क दिया गया. इसके अलावा हम रिसोर्स मैनेजमेंट पर ध्यान देंगे. किस तरह से ट्रेनिंग को आगे ले जा सकते हैं उस पर ध्यान दिया जाएगा. इंटीग्रेशन की ओर ध्यान दिया जाएगा. आगे जो भी टास्क मिलेगा उसे सक्षम रूप से करेंगे. हर जिम्मेदारी को निभाएंगे’

बता दें कि सीडीएस फोर स्टार जनरल होगा और वह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एक नए विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के सेक्रेटरी के तौर पर काम करेगा और सरकार (राजनैतिक नेतृत्व) को सैन्य मामलों पर सलाह देगा. सरकार ने साफ कर दिया कि सीडीएस सीधे तौर से थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांड और यूनिट्स को कंट्रोल नहीं करेगा. लेकिन उसके अंतर्गत सेना के तीनों अंगों के साझा कमांड और डिवीजन होंगे.

सीडीएस की भूमिका?
भारत का पहला तीनों सेनाओं का अध्यक्ष यानी सीडीएस (CDS) रक्षा मंत्रालय के तहत डिपार्टमेंट ऑफ मिलिटरी अफेयर्स का मुखिया होंगे. सीडीएस (CDS) रक्षामंत्री से रक्षा मामलों से जुड़े मसलों पर सीधे संपर्क कर सकेगा और राय दे सकेगा. तीनों सेनाओं की सारी सम्मिलित कमान यानी ट्राइ सर्विस कमांड अब सीडीएस (CDS) के अधीन होंगी. करगिल युद्ध के बाद कारगिल रिव्यू कमेटी और नरेश चंद्रा कमेटी ने सीडीएस (CDS) की सिफारिश की थी.

सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल
इससे तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल का साथ-साथ रक्षा बजट का उचित इस्तेमाल हो सकेगा. तीनों सेनाओं के ऑफिसरों का ट्रेनिंग स्कूल यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी सीडीएस (CDS) की कमान में होगा. इसके अलावा आर्म्ड फोर्सेज़ मेडिकल सर्विस, इंजीनियरिंग सर्विस और नेशनल डिफेंस कॉलेज भी सीडीएस (CDS) की कमान में होगा.

भविष्य की रणनीति बनाएंगे
सीडीएस (CDS) को सबसे प्रमुख जिम्मेदारी भविष्य की रणनीति बनाने की होगी. भविष्य में तीनों सेनाओं की सम्मिलित कमान यानी थियेटर कमान की योजना बनाने का काम भी सीडीएस (CDS) करेगा. तीनों सेनाओं को मिलने वाले बजट का उचित इस्तेमाल करने के लिए सीडीएस (CDS) डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल यानि डीएसी का सदस्य होगा.

सीडीएस रावत पहनेंगे तीनों सेनाओं के प्रतिनिधित्व वाली वर्दी
जनरल बिपिन रावत बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे. इस दौरान वह इस नए पद के लिए विशेष तौर पर बनाई गई नई वर्दी भी धारण करेंगे. उनकी वर्दी का रंग ऑलिव ग्रीन (जैतूनी हरा) रहेगा, लेकिन इसमें तीनों सेनाओं की वर्दी के सभी घटक होंगे.

रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सीडीएस की वर्दी का रंग मूल सेवा का प्रतिनिधित्व करेगा.” प्रतीक चिन्ह में दो आर-पार तलवारें, एक बाज और एक एंकर है. इसके अलावा इसके ऊपर अशोक चिन्ह है. तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए सीडीएस की टोपी बैज और उपलब्धियों के साथ अलग होगी.

रैंकों को इंगित करने के लिए कंधे पर बैटन के स्थान पर एंकर, तलवार और बाज के साथ ही एक मैरून पैच होगा, जो तीनों सेवाओं का प्रतिनिधित्व करता है. छाती पर सर्विस रिबन वैसे ही रहेगा, लेकिन वर्दी में डोरी नहीं होगी.

 

सीडीएस का निवास 3, कामराज मार्ग पर होगा. इससे पहले, मंगलवार को जनरल रावत सैन्य प्रमुख के पद से मुक्त हुए और यह जिम्मेदारी उन्होंने जनरल मनोज मुकुंद नरवाने को सौंप दी.

पद छोड़ने से पहले जनरल रावत ने कहा, “सेनाध्यक्ष के रूप में मेरे तीन साल के कार्यकाल के दौरान मैं कह सकता हूं कि हमने हथियारों के आधुनिकीकरण, बल पुनर्गठन और गैर-संपर्क युद्ध पर अधिक ध्यान केंद्रित किया.”

रक्षा मंत्रालय ने रविवार को भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के नियमों में संशोधन किया. संशोधित नियमों के अनुसार, सीडीएस या तीनों सेनाओं के प्रमुख 65 वर्ष की आयु तक सेवा दे सकेंगे. मौजूदा सरकारी नियमों के अनुसार, तीनों सेनाओं के प्रमुख 62 वर्ष की आयु तक या तीन साल तक सेवा दे सकते हैं (इनमें जो भी पहले हो). केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) पद और इसके चार्टर एवं कर्तव्यों को मंजूरी दी. सीडीएस एक 4-स्टार जनरल होगा, जो नए सैन्य मामलों के विभाग का प्रमुख होगा.

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