कोलवाशरी स्थापित करने आयोजित जन सुनवाई के विरोध में कई गांवों के ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व। महावीर कोल वाशरी स्थापित करने के लिए जनसुनवाई आयोजित की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कोलवाशरी से पर्यावरण व खेल खलिहान पूरी तरह से चौपट हो जाएगी। इसी मामले को लेकर कई गांवों के लोगों ने कोलवाशरी व जन सुनवाई का विरोध करते हुए कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौपा। ग्रामीणों ने बताया कि जन सुनवाई में पर्यावरण के मापदंडों को दर किनार किया गया है। खरगहनी पर्थरा बेलमुंडी, छतौना सहित प्रभावित होने वाले गांव के लोगों ने एक राय होकर शुरु से विरोध कर रहे हैं। दो वर्ष पूर्व भी जन सुनवाई को ग्रामीणों ने स्थगित कराया था। आगामी 10 जून को जनसुनवाई आयोजित की गई है जिसे लेकर ग्रामीण अंदर ही अंदर सुलग रहे हैं। पेड़ों की गलत गढऩा कर जो रिपोर्ट तैयार की गई हैै। सैकड़ों की संख्या में आए ग्रामीणों के साथ पंच सरपंच, समाज सेवी लोग शामिल थे। भारी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस ने दस लोगों को कलेक्टर कक्ष में भेजा। इसके बाद भी ग्रामीण कोलवाशरी के विरोध में नारेबाजी करते रहे।
जुलाई 2021 में कोलवासरी के लिए आयोजित की गई जन सुनवाई भारी विरोध के कारण प्रशासन द्वारा निरस्त कर दिया गया था इसके बावजूद 2 साल बाद फिर से जन सुनवाई की कोशिश की जा रही है जबकि ग्रामीण अभी भी कोल वासरी के सख्त खिलाफ है । आज बड़ी संख्या में ग्रामीण /महिलाएं/बच्चे कोलवासरी और उसके लिए सुनवाई के खिलाफ कलेक्ट्रेट पहुंचे और उनका प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी और बताया कि कैसे कोलवासरी नही शुरू किया जा सकता ।