गणतंत्र दिवस: ये बहादुर महिलाएं करेंगी राजपथ की सुरक्षा, सरकार ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली. हर साल की तरह 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस की तैयारियां राजपथ पर जोरों से हैं. राजपथ पर होने वाले भव्य परेड और इस दौरान मौजूद वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए पहली बार सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी को तैनात किया गया है. इन पर राजपथ की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी होगी.
26 जनवरी के दिन सभी की निगाहें जहां राजपथ पर परेड कर रहे जवानों पर होंगी वहीं सीआरपीएफ की ये महिला टुकड़ी चुपचाप राजपथ और उसके आसपास की सुरक्षा का जायजा लेने में जुटी होगी. खुफिया एजेंसियों ने ये आशंका जताई है कि आतंकी ग्रुप गणतंत्र दिवस के इस समारोह को निशाना बना सकते हैं. ऐसे में सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही इस समारोह के लिए बड़ा खतरा बन सकती है.
‘राजपथ की सुरक्षा करेंगी महिलाएं’
राजपथ की सुरक्षा में पहली बार तैनात सीआरपीएफ की बहादुर महिलाओं की ये टुकड़ी यह जिम्मेदारी पाकर बेहद खुश हैं. यह उनके लिए फक्र की बात है कि देश ने उन्हें इतनी अहम जिम्मेदारी दी है. अलग-अलग राज्यों से आई ये टुकड़ी अभी से चौबिसों घंटे राजपथ की सुरक्षा में लग गई है. गणतंत्र दिवस परेड शुरू होने से पहले पूरे राजपथ की सुरक्षा को चेक करना इनकी जिम्मेदारी होती है. साथ ही परेड को देखने के लिए आए मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी इन्हीं के उपर होगी.
परेड में भी होंगी शामिल
जहां राजपथ की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन महिलाओं पर है वहीं ये ये टुकड़ी परेड में भी शामिल हो रही है. खराब मौसम और बारिश के बावजूद परेड के लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं रखी जाती है. इनमें से कुछ जवान ऐसे हैं जो पहली बार परेड में शामिल हो रहे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो पहले इस परेड का हिस्सा बन चुके हैं लेकिन किसी के जोश में कोई कमी नहीं है.
ये होंगे मुख्य अतिथि
देखा जाए तो हर साल की तरह गणतंत्र दिवस (Republic Day) के कार्यक्रम में एक मुख्य अतिथि शामिल होते हैं. इस साल ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो 26 जनवरी 2020 की गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. इसके साथ ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत दुनियाभर के कई देशों के राजदूत भी परेड देखने के लिए शामिल होते हैं. यही नहीं परेड को देखने के लिए आम लोगों में भी काफी जोश होता है. इस वजह से राजपथ के एक बड़े दायरे को सुरक्षा देना हमेशा ही एक बड़ी चुनौती होती है लेकिन सीआरपीएफ की इस महिला टुकड़ी के लिए ये शान की बात है.