April 26, 2025
आतंकवाद के खिलाफ अब निर्णायक और ठोस कार्रवाई का समय-स्मिता ठाकरे

मुंबई/अनिल बेदाग : एक भीषण आतंकी हमले ने आज पूरे देश को शोक और आक्रोश में डुबो दिया है। यह हमला न केवल भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सीधा प्रहार है, बल्कि हर नागरिक के आत्मसम्मान और विश्वास को भी गहरा आघात पहुँचा है। इस भयावह हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता को रेखांकित कर दिया है।
इस संवेदनशील समय में सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रवादी विचारधारा की प्रखर प्रवक्ता स्मिता ठाकरे ने एक साहसिक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान और वहां पनप रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ा संदेश देने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि यह समय केवल संवेदना प्रकट करने का नहीं, बल्कि निर्णायक और ठोस कार्रवाई का है।
स्मिता ठाकरे ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस हमले के संदर्भ में लिए गए कड़े रुख की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की यह दृढ़ता आज की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद को समर्थन और संरक्षण मिलता रहेगा, तब तक भारत को भी एक स्पष्ट और कठोर रणनीति अपनानी होगी। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के पुराने वक्तव्य को याद करते हुए कहा —
“अगर आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रियों की ओर एक उंगली भी उठाई, तो हम हज की यात्रा रोक देंगे।”
इस विचार को आगे बढ़ाते हुए स्मिता ठाकरे ने सुझाव दिया कि भारत को पाकिस्तान के नागरिकों के लिए हज यात्रा की अनुमति पर पुनर्विचार करना चाहिए। उनका मानना है कि यह एक कड़ा लेकिन बेहद आवश्यक कदम होगा, जो आतंकवादियों और उन्हें शह देने वाली पाकिस्तानी सरकार को एक गहरा संदेश देगा।
स्मिता ठाकरे ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सऊदी अरब और अन्य इस्लामी देशों के साथ मजबूत राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं। अब समय आ गया है कि भारत इन संबंधों का उपयोग करते हुए सऊदी सरकार से आग्रह करे कि वह पाकिस्तान को हज यात्रा की अनुमति देना बंद करे — जब तक वह आतंकवाद पर सख्ती से लगाम नहीं लगाता।
उन्होंने यह अपील भी की कि यह सुझाव प्रधानमंत्री कार्यालय और संबंधित मंत्रालयों तक पहुँचे और देशवासी भी इस दिशा में अपनी आवाज़ बुलंद करें। उनका मानना है कि यह फैसला न केवल पाकिस्तान के आतंकी तंत्र को झटका देगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक ठोस संदेश साबित होगा —
“धर्म की आड़ में आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” आखिर में, स्मिता ठाकरे ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा,
“हम सब एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़े होंगे, यही समय की पुकार है।”