संविधान पर बढ़ते हमलों के खिलाफ कांग्रेस का बड़ा ऐलान: ‘संविधान बचाओ’ आंदोलन तेज, सचिन पायलट करेंगे अगुवाई
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। भारत का संविधान देश की आत्मा है — यह न केवल एक कानूनी दस्तावेज है, बल्कि करोड़ों लोगों की उम्मीद, न्याय और समानता की गारंटी है। यह वही संविधान है जिसने आज़ादी के बाद भारत को एक सशक्त लोकतंत्र बनाया, जिसमें हर वर्ग, हर जाति और हर धर्म को समान अधिकार दिए गए। लेकिन आज, देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जहाँ संविधान की मूल भावना पर ही बार-बार हमला हो रहा है। यह हमला केवल किसी राजनीतिक विचारधारा या सरकार की आलोचना नहीं है, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक नींव पर सीधा प्रहार है। कांग्रेस पार्टी ने अब इस हमले के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।
भाजपा की नीति और नीयत पर उठे सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले चार-पाँच वर्षों में केंद्र की सरकार ने संविधान की आत्मा को कमजोर करने के कई प्रयास किए हैं। ‘400 पार’ के नारे के पीछे छिपी मंशा किसी से छुपी नहीं है — भाजपा संविधान में संशोधन कर, उसमें अपने एजेंडे के अनुसार परिवर्तन लाना चाहती है। यह केवल राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, आरक्षण और धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल स्तंभों को ढहाने की कोशिश है।
भाजपा की सरकार ने न केवल आरक्षण की व्यवस्था को निशाना बनाया है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों को भी बार-बार चुनौती दी है। सरकारी नौकरियों में भर्ती की प्रक्रिया हो या शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षित सीटें — हर मोर्चे पर कमजोर तबकों को पीछे धकेलने की नीतियाँ बनाई गई हैं।
जातिगत जनगणना पर सरकार की दोहरी नीति
जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस पार्टी का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। कांग्रेस मानती है कि जब तक समाज की संरचना को ठीक से नहीं जाना जाएगा, तब तक नीतियाँ प्रभावशाली नहीं हो सकतीं। लेकिन भाजपा सरकार ने जातिगत जनगणना की मांग को लंबे समय तक नजरअंदाज किया। यह भी एक प्रकार का संविधान विरोधी रवैया था, क्योंकि यह सामाजिक न्याय की योजना बनाने में एक बड़ी बाधा बनी।
इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने राज्य भर में आंदोलन छेड़ने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस भवन में एक विशेष बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की और आगामी रणनीतियों पर विचार किया। बैठक में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, उमेश पटेल, अटल श्रीवास्तव, पूर्व विधायक शैलेश पांडे, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडे समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, नेता व समाजसेवी शामिल हुए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस पार्टी राज्यभर में जनजागरूकता अभियान चलाएगी, और ‘संविधान बचाओ’ आंदोलन को गाँव-गाँव तक पहुँचाया जाएगा। लोगों को यह बताया जाएगा कि किस तरह से भाजपा सरकार संविधान के मूल तत्वों को कमजोर कर रही है।
‘संविधान बचाओ’ रैली का आयोजन
इस आंदोलन की सबसे बड़ी कड़ी होगी “संविधान बचाओ रैली” — जो आने वाले दिनों में एक ऐतिहासिक जनसभा के रूप में आयोजित की जाएगी। इस रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ के प्रभारी श्री सचिन पायलट विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। रैली का उद्देश्य केवल सरकार के खिलाफ विरोध जताना नहीं, बल्कि संविधान की गरिमा और उसकी रक्षा की सामूहिक शपथ लेना है।