मोक्षदा एकादशी आज

 

चंडीगढ़. सनातन परंपरा में प्रत्येक चंद्र मास के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष की 11वीं तिथि को एकादशी कहा गया है। यह तिथि भगवान विष्णु की आराधना, उपवास, जप और तप के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से उपवास करने पर जीवन के दोष दूर होते हैं और साधक को शुभ फल प्राप्त होता है।

मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष में आने वाली एकादशी विशेष महत्व रखती है, जिसे मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2025) कहा जाता है। पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार पुराणों में वर्णित है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश दिया था, इसलिए यह दिन गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

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