राष्ट्रीय कृषि मेला का आयोजन 23 से 25 फरवरी तक


कृषि मेला में सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे बनेंगे आकर्षण का केंद्र :  राष्ट्रीय कृषि मेला का आयोजन 23 से 25 फरवरी तक रायपुर के फल सब्जी मंडी प्रांगण तुलसी बाराडेरा में आयोजित किया जाएगा। कृषि मेले में सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे जैसे पोमेटो  (ग्राफ्टेड आलू और टमाटर) विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। कृषि मेले में बैंगन, टमाटर एवं अन्य सब्जियों के ग्राफ्टेड पौधे कृषको के अवलोकन और विक्रय हेतु प्रातः 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहेगा। मेला स्थल पर पौधों की ग्राफ्टिंगध् बडिंग का जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा जिसे अवलोकन कर कृषक ग्राफ्टेड पौधों की खेती एवं पौध तैयार करने की तकनीक भी सीख सकेंगे। उपरोपित(ग्राफ्टेड) पौधों से उत्पादन में वृद्धि, तीव्रता से पौध वृद्धि, निमेटोड से छुटकारा, निम्न एवं अधिक तापक्रम के प्रति सहनशीलता, पोषक तत्वों को शीघ्रता से एवं अधिक मात्रा में लेने की क्षमता में वृद्धि, जलग्रहण क्षमता में वृद्धि, अधिक आर्द्रता के प्रति सहनशीलता तथा गुणवत्ता में वृद्धि जैसे अनेक गुणों को देखते हुए उपरोपित पौधों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में सोलेनेसियस फसलों यथा टमाटर, बैंगन एवं मिर्च बहुतायत में लगाये जाते हैं जिस से विल्ट ज्यादा लगने से कृषको को नुकसान होता है। यदि इनके ग्राफ्टेड पौधे लगाया जाए तो नुकसान से बचत होगी। ग्राफ्टेड सब्जियों के पौधे  शासकीय उद्यानिकी विभाग के स्टाल से भी प्राप्त किया जा सकता है।

राष्ट्रीय कृषि मेले में बीज बुवाई के आधुनिक उपकरण न्यूमैटिक प्लांटर का होगा प्रदर्शन :  छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के फल सब्जी मंडी प्रांगण तुलसी बाराडेरा में 23 फरवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेले में किसानों को परम्परागत सीड ड्रिल बुवाई यंत्र से हटकर बीज की बुवाई करने वाले आधुनिक तकनीक पर आधारित न्यूमैटिक प्लांटर का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। इस प्लांटर की विशेषता है कि इसमें पौधे से पौधे एवं कतार से कतार की दूरी को सटीकता के साथ समान रखा जा सकता है साथ ही बीज की समुचित गहराई पर बुवाई की जा सकती है। यह यंत्र एयर सक्शन आधार पर कार्य करता है और एक समय पर एक बीज का रोपण करता है, जिससे मूल्यवान बीज की खपत में कमी आती है और फसल उत्पादकता बढ़ती है। प्रमुख सचिव कृषि एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मनिन्दर कौर द्विवेदी ने बताया कि 23 से 25 फरवरी के बीच लगने वाले इस राष्ट्रीय कृषि मेला में कृषि इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अनेक नये एवं आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा, जो न केवल प्रगतिशील किसानों के लिए उपयोगी होगा बल्कि अपने खेती-बाड़ी को आगे बढ़ाने वाले किसानों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। न्यूमैटिक प्लांटर इसी तरह का एक नवीन विकशित कृषि उपकरण है। यह उपकरण प्रदर्शन के साथ-साथ अनुदान पर किसानों को विक्रय के लिए भी उपलब्ध रहेगा। इसकी आॅनलाईन बुकिंग की भी सुविधा है। इच्छुक किसान मेले में खसरा, बी-1, परिचय पत्र जैसे आधार कार्ड, बिजली का बिल छायाप्रति एवं जाति प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज लाकर स्टाॅल के माध्यम से ही कृषि उपकरणों का अनुदान के लिए बुकिंग करा सकतें है। उल्लेखनीय है कि कृषि के अग्रणी क्षेत्रों में न्यूमैटिक प्लांटर लोकप्रिय उपकरण बन गया है। इसमें प्रति एकड़ डेढ़ से दो किलो ग्राम तक बीज की बचत होती है, साथ ही चार से छः प्रति एकड़ खाद की बचत भी होती है। इसके अलावा बीज हानि नहीं होती और बुवाई की लागत में कमी आती है। इसमें माध्यम से मक्का, चना, सोयाबीन, सूरजमूखी, मूंगफल्ली, उरद, मूंग, सरसों एवं अन्य फसलें ली जा सकती है। इसकी अनुमानित कीमत छः से साढ़े छः लाख रूपये होती है जिस पर एक से सवा दो लाख रूपये तक ट्रेक्टर के हार्स पाॅवर के आधार पर अनुदान राशि प्राप्त हो सकती है।


राष्ट्रीय कृषि मेला में लगेगी पशुधन उत्पादों की प्रदर्शनी :  राष्ट्रीय कृषि मेला का आयोजन 23 से 25 फरवरी तक रायपुर के तुलसी बाराडेरा स्थित थोक फल मंडी परिसर में किया जाएगा। राष्ट्रीय कृषि मेले के माध्यम से कृषि खाद्य प्रसंस्करण नवाचार और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा मिलने के साथ साथ विभिन्न प्रगतिशील कृषको एवं स्वसहायता समूह द्वारा अपने उत्पादों के विक्रय का एक मंच भी उपलब्ध होगा। राष्ट्रीय कृषि मेला में पशुधन विकास विभाग से संबंधित विभिन्न उत्पादों का विक्रय किया जाएगा।  इन उत्पादों में ए-2 दूध (बीटा केसिन प्रोलीन) 80 रूपए प्रति लीटर, देशी घी, बकरे (बीटल, सिरोही, बरबरी नस्ल) 5 से 10 हजार रूपए (नस्ल एवं उम्र के हिसाब से), कड़कनाथ मुर्गा 800 रूपए प्रति किलोग्राम, बत्तख (खाकी, केम्पबेल, व्हाइट पैकिन) 400 रूपए प्रति किलोग्राम, जापानी बटेर 120 रूपए प्रति जोड़ी, खरगोश (चिनचिला कोट) 500 रूपए प्रति जोड़ी, देशी मुर्गी (बैकयार्ड) 500 रूपए प्रति किलोग्राम, देशी मुर्गी अण्डा 10 रूपए प्रति नग, बत्तख अंडा 20 रूपए प्रति नग, गोमूत्र अर्क 70 रूपए प्रति लीटर, गोनाइल 40 रूपए प्रति लीटर, गोबर की मूर्ति छोटा 30 रूपए प्रति नग और बड़ा 70 रूपए प्रति नग, गमले 10 से 20 रूपए प्रति नग, धूप बत्ती 10 रूपए प्रति पैकेट, वर्मी कंपोस्ट 500 रूपए प्रति बोरी (50 किलोग्राम), जैविक कीटनाशक 40 रूपए प्रति लीटर और जैविक खाद 7 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से विक्रय किया जाएगा।

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