दिल्ली हिंसा को लेकर हैदराबाद में बवाल, CPI नेताओं ने की गृहमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश
नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर तेलंगाना में बवाल मच गया है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के विरोध में हैदराबाद में CPI नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. बुधवार को हैदराबाद में भारी संख्या में CPI नेता इकटट्ठा हुए और गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू की. प्रदर्शनकारियों ने गृहमंत्री का इस्तीफा मांगते हुए उनका पुतला फूंकने की कोशिश भी की. जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कुछ सीपीआई नेताओं को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प का वीडियो साझा किया है. हैदराबाद में फिलहाल तनाव का माहौल बना हुआ है.
उधर, दिल्ली हिंसा (Delhi Viloence) के मद्देनजर हरियाणा के मंत्री रंजीत चौटाला (Ranjit Chautala) का एक बयान सुर्खियों का सबब बन रहा है. उन्होंने इस सिलसिले में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ”दंगे तो होते रहे हैं. पहले भी होते रहे हैं, ऐसा नहीं है. जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई तो पूरी दिल्ली जलती रही. ये तो जीवन का हिस्सा हैं, जो होते रहते हैं.”
इस बीच दिल्ली के नार्थ-ईस्ट इलाके में हिंसा के बाद धीरे-धीरे दिल्ली अपने पुराने मिजाज पर वापस लौटने के लिए जद्दोजहद करती दिख रही है. दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट इलाके में हिंसा के 4 दिनों के बाद हिंसाग्रत रहे इलाके अब रोजमर्रा के कामों में मशगूल दिखने लगे हैं. ऐसा ही उत्तर पूर्व दिल्ली का इलाका गोकुलपुरी है, जहां सोमवार की रात को जबरदस्त हिंसा हुई थी. इस क्षेत्र का गंगा विहार मुहल्ला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. हिंसा के दौरान कई मकानों और दुकानों में आग लगा दी गई थी, लेकिन दो दिन बाद गुरुवार को इस इलाके में शांति है. पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं.
पूछताछ के बाद पता चला कि इस इलाके में हिंसा मामूली सी बात पर शुरू हुई थी. सालों से एक साथ रहने के बावजूद यहां हिंसा की चिंगारी कैसे फैली, इस पर इस शख्स ने बताया, “सोमवार की शाम कुछ असामाजिक तत्वों ने बिना उकसावे के गंगा विहार वरिष्ठ नागरिक कल्याण केंद्र पर कुछ बोतलें फेंक दी. जिसके बाद आसपास के लोग उत्तेजित हो गए. उसके बाद जिसको जो समझ में आया उसने किया. बाद में इस इलाके में कई दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिए गया. नतीजा लगभग 100 परिवार को इस इलाके से जान बचाकर भागना पड़ा.”
लेकिन अब यहां शांति है किसी प्रकार का कोई तनाव नहीं है. लोग पिछली बातों को भुलाना चाहते हैं. मंगलवार शाम से इलाके में अर्धसैनिक बल की एक कंपनी तैनात है. इलाके में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं लेने की शर्त पर बताया, “यहां पिछले 35 सालों में ऐसी कोई घटना नहीं घटी, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों के उकसावे के बाद यह घटना हो गई, लिहाजा अब यहां स्थिति कंट्रोल में है. सोमवार को घटना के बाद आज गुरुवार को गंगा विहार इलाके में दुकानें खुलने लगी है और रेहड़ी पटरी वाले अपना काम शुरू कर रहे हैं. लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं और खरीदारी करते देखे जा सकते हैं.