इस भारतीय गेंदबाज के नाम है क्रिकेट का सबसे ‘बदकिस्मत रिकॉर्ड,’ जानिए पूरी डिटेल


नई दिल्ली. क्रिकेट में खिलाड़ियों और रिकॉर्ड्स का गहरा नाता है. इस खेल में आए दिन कोई न कोई कीर्तिमान बनता है और टूटता रहता है. क्रिकेट में ऐसे कई खिलाड़ी हुए हैं जिनका नाम अक्सर रिकॉर्ड्स के साथ लिया जाता है, जैसे कि सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा पर आज हम जिस खिलाड़ी के बारे में बात करने वाले हैं उनका नाम इन महान खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल नहीं है.

टीम इंडिया का ये पूर्व सितारा अपनी तेज गेंदबाजी के लिए अपने जमाने में काफी फेमस था और उसने कई बार भारत के लिए कमाल भी किया. जहां एक तरफ सचिन और द्रविड़ के नाम कई ऐसे रिकॉर्ड दर्ज हैं जिनकी चर्चा आए दिन होती ही रहती है वहीं इस गेंदबाज के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे क्रिकेट की दुनिया का कोई भी खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहता. अब आप सोच रहे होंगे आखिर कौन है ये खिलाड़ी? इस खिलाड़ी का नाम है जवागल श्रीनाथ (Javagal Srinath), जी हाँ, भारत के पूर्व तेज गेंदबाज श्रीनाथ.

कपिल देव के रिटायर होने के बाद टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी की बागडोर श्रीनाथ के कंधों पर आ गई और उन्होनें अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया. कर्नाटक के इस गेंदबाज ने 67 टेस्ट मैचों में 30 की औसत से 236 विकेट लिए, वहीं वनडे क्रिकेट में श्रीनाथ का प्रर्दशन टेस्ट क्रिकेट से ज्यादा उम्दा था. श्रीनाथ ने अपने वनडे करियर के दौरान 229 मैचों में 28 की औसत से 315 विकेट लिए. श्रीनाथ ने 2003 के वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लिया था क्योंकि तब तक भारतीय टीम में जहीर खान नाम का सूरज उदय हो चुका था और श्रीनाथ ये जानते थे कि जहीर टीम इंडिया में उनकी जगह आसानी से भर देंगे. इसके अलावा श्रीनाथ अपने करियर से काफी संतुष्ट भी थे और रिटायरमेंट के बाद जिंदगी की बाकी चीजों पर फोकस करना चाहते थे.

यूं तो श्रीनाथ ने अपने करियर में खासी सफलता हासिल की पर एक चीज का उन्हें काफी मलाल रहेगा या यूं कहें कि दुख रहेगा. ये दुख है पाकिस्तान से साल 1999 में कोलकाता टेस्ट मैच हारने का. इस टेस्ट मैच में श्रीनाथ ने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया था जिसे आज तक कोई खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है और आगे चलकर कोई भी खिलाड़ी तोड़ना नहीं चाहता होगा. दरअसल श्रीनाथ ने इस टेस्ट मैच में भारत की ओर से 13 विकेट लिए थे और इतिहास रच दिया था पर फिर भी टीम इंडिया मैच जीतने में नाकामयाब रही थी. इसी के साथ मैच में 13 विकेट लेने के बावजूद मैच हारने वाले श्रीनाथ पहले और इकलौते खिलाड़ी बने और इस रिकॉर्ड को क्रिकेट के इतिहास का सबसे बदकिस्मत रिकॉर्ड भी माना जाता है. आखिर 13 विकेट लेने के बाद किस खिलाड़ी ने हार का मुंह देखने के बारे में सोचा होगा पर श्रीनाथ की बदकिस्मती ने उन्हें ये दिन भी दिखा दिया.

दरअसल ये बात है साल 1999 की जब भारत और पाकिस्तान के बीच कोलकाता में एशियन टेस्ट चैंपियनशिप का मैच खेला जा रहा था. भारत ने पहली पारी में श्रीनाथ की गेंदबाजी की मदद से पाकिस्तान को सिर्फ 185 रनों पर ढेर कर दिया पर भारतीय बल्लेबाज इसका कुछ खास फायदा नहीं उठा सके और पूरी टीम 223 रन पर ऑल आउट हो गयी. दूसरी पारी में पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की और भारत के सामने मैच जीतने के लिए 279 रनों का लक्ष्य रखा. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि श्रीनाथ ने इस बार पाकिस्तान के 8 विकेट चटकाए और भारत-पाक मैच में 13 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने, लेकिन श्रीनाथ की ये कोशिश आखिर में कोई काम नहीं आई क्योंकि टीम इंडिया ये मैच 46 रनों से हार गई. अब इसे बदकिस्मती नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे?

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