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राजीव गांधी किसान न्याय योजना से खेती-किसानी को मिला सम्बल :  छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को खेती -किसानी में आर्थिक मदद मिल रही है। वैष्विक महामारी कोविड-19 के द्वारा आयी आर्थिक मंदी से निपटने में इस योजना ने किसानों को सम्बल दिया है। राज्य के अन्य किसानों की भांति बिल्हा विकासखंड के ग्राम रहंगी निवासी  बृजेश शर्मा भी इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। बृजेश शर्मा बताते हैं कि उनकी 70 एकड़ कृषि भूमि है एवं उनकी आजीविका का एकमात्र साधन कृषि ही है। ऐसे में यदि बारिष न हो तो परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो जाता है। कोरोना संकट के समय में यह योजना हमारे लिए वरदान साबित हुई है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में 60 हजार की राशि खाते में आयी है। तीन किश्तों की राशि अभी शेष है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए शर्मा कहते हैं कि वे किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही योजना बना रहे हैं। यह उनकी संवेदनशीलता का ही परिचायक है कि इस मुश्किल घड़ी में भी वे किसानों के साथ खड़े हैं और लगातार उनकी बेहतरी के लिए प्रयास कर रहे हैं। शर्मा कहते हैं कि सही समय पर किसानों को पैसा मिलने से उनके परिवारों को बड़ी राहत मिली है।

मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में 24 घंटे चिकित्सा उपलब्ध : जिला चिकित्सालय बिलासपुर को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परिवर्तन किया गया है किन्तु नवीन 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं की जांच, निदान एवं संपूर्ण इलाज की सुविधा पूर्व की भांति 24 घंटे उपलब्ध है। सिविल सर्जन डाॅ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरोना अस्पताल से एमसीएच अस्पताल पूर्ण रूप से पृथक है। यहां प्रसूति एवं सिजेरियन आपरेशन की सुविधा, अनुभवी चिकित्सकों एवं स्टाॅफ द्वारा नियमित रूप से चिकित्सा पूर्व की भांति प्रदाय की जा रही है। सिविल सर्जन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे मातृ एवं शिशु अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा का बिना किसी शंका अथवा कोरोना का भय छोड़ लाभ उठायें। वर्तमान में मातृ एवं शिशु अस्पताल में शिशुओं का टीकाकरण नियमित रूप से जारी है, तथा शिशु गहन चिकित्सा इकाई में गंभीर नवजात शिशुओं के लिये भी पूर्ण सुविधा के साथ निःशुल्क रूप से अनुभवी चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा उपचार किया जा रहा है।

ग्राम स्तर पर भी खोले जाएंगे मृदा परीक्षण केन्द्र : कृषि उत्पादन में वृद्धि हेतु मृदा में उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी प्राप्त करने के लिए ग्राम स्तर पर भी मृदा परीक्षण केन्द्र खोले जाएंगे। इस व्यवस्था से जिले के किसानों को अपने ग्राम में ही मिट्टी नमूना परीक्षण कराने में सहूलियत प्राप्त होगी। मृदा विश्लेषण के परिणाम के आधार पर अनुशंसित आवश्यक मात्रा में उर्वरक एवं माईक्रोन्यूट्रिमन्ट का उपयोग कर कृषि लागत में कमी लाते हुए फसलोत्पादन ले सकेंगे।
ग्रामीण स्तर पर की मृदा परीक्षण की प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिये एग्री क्लीनिक और एग्री बिजनेस सेंटर, एग्री-प्रीन्योर, भूतपूर्व सैनिक, स्व-सहायता समूह, किसान उत्पादक, किसान निर्माता कंपनियों, किसान संयुक्त देयता समूह, किसान सहकारी समितियां, इनपुट रिटेल आउटलेट, इनपुट रिटेलर्स और स्कूलों एवं, काॅलेजों को वित्तीय  सहायता का लाभ दिया जाएगा। परियोजना की कुल लागत का 75 प्रतिशत (5 लाख रूपये) प्रदान किया जाएगा। लाभार्थीयों को कुल लागत का 25 प्रतिशत अर्थात् 1.25 लाख स्वयं वहन करना होगा। योजना का लाभ पहले आये पहले पाये के आधार पर दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि खेतों में संतुलित उर्वरक के उपयोग के लिए मृदा का विश्लेषण अत्यंत आवष्यक है। मृदा विश्लेषण की आवष्यकता की पूर्ति हेतु भारत शासन द्वारा स्वायल हेल्थ कार्ड मैनेजमेंट योजना क्रियान्वित की जा रही है। बिलासपुर जिले में दो शासकीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला संचालित है। स्वायल हेल्थ कार्ड मैनेजमेंट योजनांतर्गत ग्रामीण उद्यमियों के माध्यम से मृदा विश्लेषण हेतु मृदा परीक्षण केन्द्र खोलने की योजना है। जिसका उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर रोजगार सृजन, मृदा नमूने का बिना विलंब के विश्लेषण को बढ़ावा देना, स्वायल हेल्थ कार्ड पोर्टल के माध्यम से कृषकों को आॅनलाईन स्वायल हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराना एवं कृषकों को अपने पहुंच के स्थान पर ही मृदा परीक्षण क सुविधा उपलब्ध कराना है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका पद हेतु आवेदन 30 जून तक आमंत्रित : नगर पालिक निगम बिलासपुर के विभिन्न वार्डाे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका हेतु आवेदन करने की तिथि 30 जून तक बढ़ाई गई है पूर्व में यह 25 जून निर्धारित थी। आवेदन पत्र पंजीकृत डाक अथवा सीधे नियत तिथि तक एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी वार्ड नं. 01 बजरंग नगर जोन क्र. 01 सकरी नगर निगम बिलासपुर में कार्यालयीन समय में जमा किया जा सकता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वार्ड क्र. 03 साई नगर, उस्लापुर तथा वार्ड क्र.02 अब्दुल कलाम नगर सकरी केन्द्र के लिए आवेदन 30 जून तक आमंत्रित किया गया है। निर्धारित समय के पश्चात् प्राप्त आवेदन पर विचार नहीं किया जायेगा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका पद हेतु आवेदन 30 जून तक आमंत्रित : जिले के विभिन्न ग्रामों एवं नगर निगम के वार्डाे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका हेतु आवेदन करने की तिथि 30 जून तक बढ़ाई गई है पूर्व में यह 25 जून निर्धारित थी। आवेदन पत्र पंजीकृत डाक अथवा सीधे नियत तिथि तक एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी वार्ड नं. 01 बजरंग नगर जोन क्र. 01 सकरी नगर निगम बिलासपुर में कार्यालयीन समय में जमा किया जा सकता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हेतु ग्राम पंचायत सैदा के अंतर्गत ग्राम सैदा, ग्राम पंचायत गोकुलपुर के अंतर्गत ग्राम गोकुलपुर। इसी प्रकार सहायिका पद के लिये ग्राम छतौना, परसदा, लमेर, चिचिरदा, गोकुलपुर, कपसियाकला, गनियारी, सागर और बेलमुंडी के लिए आवेदन 30 जून तक आमंत्रित किया गया है। निर्धारित समय के पश्चात् प्राप्त आवेदन पर विचार नहीं किया जायेगा।

अनुपयोगी सामग्री हेतु निविदा 27 जून तक : आबकारी नियंत्रण कक्ष बिलासपुर में निष्प्रयोजित समाग्री को स्क्रैप नीलामी खुली बोली के माध्यम से किया जाता है। सामग्री की नीलामी हेतु बोली नीलामी शर्ताें के अधीन 27 जून 2020 दिन शनिवार को 3 बजे अपरान्ह आबकारी नियंत्रण कक्ष बिलासपुर में किया जाना है। नीलामी शर्ताें के संबंध में जानकारी कार्यालय सहायक आयुक्त आबकारी, पुराना कम्पोजिट बिल्डिंग बिलासपुर के कार्यालय से अवकाष के दिनों को छोड़कर शेष किसी भी दिन कार्यालयीन समय पर प्राप्त की जा सकती है। नीलामी की शर्ते कार्यालय के नोटिस बोर्ड में भी चस्पा है।

बिलासपुर जिले में अब तक 192.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज : बिलासपुर जिले में 1 जून से आज तक 192.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। अधीक्षक भू-अभिलेख बिलासपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार बिलासपुर तहसील में 191.4 मि.मी., बिल्हा में 137.1 मि.मी., मस्तूरी में 164.0 मि.मी., तखतपुर में 292.8 मि.मी., कोटा तहसील में 179.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।

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