लॉकडाउन में ज़रूरतमंद मरीज़ों के लिए फरिश्ता बनी जज़्बा टीम
बिलासपुर. सारा शहर कोरोना के साये में जी रहा है हर गली हर मोहल्ले में कोरोना पॉजिटिव दस्तक दे रहा है। लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं,इस बीच शहर के अस्पतालों में भर्ती सभी तरह के मरीज़ों और थैलासीमिया सिकलसेल पीड़ितों की मदद जज़्बा द्वारा लगातार की जा रही है । 23 जुलाई से घोषित लॉकडाउन में सभी वर्गों सभी नागरिकों की सुविधाओं का पूरा ख्याल प्रशासन द्वारा रखा गया जिसके अंतर्गत किराना, मेडिकल सहित अन्य आवश्यक सेवाओं का ध्यान रखा गया है।लेकिन सोचने वाली बात यह है कि ना तो पिछले बार के लॉकडाउन में ना ही इस बार के लॉकडाउन में ब्लड बैंकों की सुध ली गई। ना ही उन बच्चों की खैर खबर ली गई ,जिन्हें थैलासीमिया नामक भयानक बीमारी है और उन्हें हर महीने अनगिनत यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ती है, जिसके वजह से वो सब ज़िंदा हैं ।
ऐसे में लगातार अपनी सेवाएं जारी रखे हुवे है जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी शहर की लगभग हर छोटी बड़ी संस्था को पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया और हौसला अफजाई भी की गई जिसमें कहीं न कहीं जज़्बा को नजरंदाज किया गया।जबकि जज़्बा जो कार्य कर रही है वो किसी के जीवन और जीवनरक्षण से जुड़ी सेवा है । जहाँ एक ओंर सबका ध्यान लोगों को कोरोना से बचाने पर लगा हुआ है, वहीं जज़्बा और उसके सदस्यों द्वारा अपनी जान की चिंता किये बिना अपनी ज़िम्मेदारी पर अपने स्वयं के खर्चे पर ना सिर्फ रक्तदाताओं को सुरक्षित उनके घरों से ले कर रक्तदान करवा रहे हैं। बल्कि उन्हें कोरोना से बचने के उपाय और सुरक्षा किट जिसमे मास्क ग्लव्स और सैनिटाइजर भी निशुल्क दिया जा रहा है । प्रतिदिन 8 से 10 थैलेसीमिया सिकलसेल पीड़ितों को ब्लड उपलब्ध करवाना ।और उनके ब्लड चढ़वाने में उनकी सहायता करना और उसके आर्थिक बोझ को अपने कंधों पर उठाकर काम किया जा रहा है।संस्था के संयोजक संजय मतलानी द्वारा यह बताया गया कि लगातार अनगिनत मुसीबतों का सामना करते हुवे कैसे वो थैलेसीमिया और सिकलसेल पीड़ितों को मदद पहुंचा रहे हैं।
एक एक डोनर की व्यवस्था करना और उन्हें समझा बुझा कर ब्लड डोनेट करवाना काफी ज्यादा जद्दोजहद भरा काम होता है।आप किसी की जेब से पैसे की सेवा करवा सकते हैं । आप किसी से रोटी भी मांग सकते हैं किसी का पेट भरने के लिए,लेकिन जब बात अपने शरीर से 350ml खून देने की आती है तो बड़े से बड़ा आदमी हो या बलवान ही क्यों न हो वो आसनी से आगे नहीं आता है वो आसानी से ब्लड नहीं देता है। रक्तदान को लेकर पहले से अनगिनत भ्रम फैले हुवे थे।जिन्हें बड़ी मुश्किल से जज़्बा द्वारा दूर करने की मुहिम चलाई जाती रही है समय समय पर लेकिन अब उस पर भी इस कोरोना की मार पड़ी है ।
जिसके चलते कभी डोनर तो कभी दोनोरका परिवार उसे रक्तदान करने से रोकता है। लेकिन जज़्बा बिना हार माने सारी टीम के साथ लगातार लोगो को जागरूक कर उनसे इस भयानक महामारी के बीच भी सुरक्षित रक्तदान करवाने का कार्य कर रही है । जज़्बा के इस सेवाकार्य में संयोजक संजय मतलानी , संरक्षकगण गिरीश लालचंदानी , सतीश गुप्ता ,शिव गुप्ता , महेश गुप्ता , अध्यक्ष विनय जेपी वर्मा , उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार चतुर्थी, अकलतरा से रोहित अग्रवाल , सोमी अग्रवाल , जैकी शादीजा, मो. कलाम , मो. नियाज़ , आकाश सिंह , आयुष अरोरा , योगेश साहू , मनप्रीत कौर खनूजा , रत्नेश सोनी , वसीम कुरैशी , राजा पांडेय , अभिषेक पांडेय , शुभभ मोटवानी, अमितेश गुप्ता , धीरज मिश्रा , संजीव त्रिपाठी , मंजिश सिंह , दिलीप सुखवानी , रोमा साहू , तृप्ति सिंह , सन्नी भटेजा , अभिजीत मुदलियार, रवि डोडानी सहित अन्य शामिल हैं ।