द.पू.म.रेलवे स्थापना के बाद से ही अत्याधुनिक तकनीक और अधिक विकास के लिये प्रयासरत

बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा अपने स्थापना के बाद से ही सभी क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग को महत्व देते आ रही है | किसी भी प्रकार की ट्रेनिंग के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे स्वयं ही समर्थ है एवं उसे और अधिक विकास के लिए प्रयास लगातार जारी है | इसके कारण एक ओर कर्मचारियों मे तकनीकी कौशल बढ़ी ही है, वही दूसरी ओर प्रशिक्षण के लिए आत्मनिर्भरता भी बड़ी है | आज हमारा अपना ट्रेनिंग सेंटर है, दो बिलासपुर मे एक नैनपुर मे, जहाँ हम अपनी कार्यप्रणाली से संबंधित सभी बातों के ट्रेनिंग देते है, इसके अलावा कई वर्कशॉप एवं कार्यालय है जहा हम अपने कर्मियों को प्रशिक्षित करते है । विद्युत लोको पाइलट, सहायक लोको पाइलट एवं गार्ड के प्रशिक्षण हम आज यही उसलापुर विद्युत लोको पाइलट, सहायक लोको पायलट एवं गार्ड प्रशिक्षण केंद्र मे देते है, पहले हमे इसके लिए सीनी जाना पड़ता था । 
उसलापुर विद्युत लोकोपायलट प्रशिक्षण केंद्र बिलासपुर, की स्थापना 21 जनवारी, 1999 में 3 क्लासरूम एवं मात्र 10 कमरों छात्रावास एवं एक डायनिंग हाल के साथ  हुई थी | आज इस विद्युत लोकोपायलट प्रशिक्षण केंद्र मे 9 क्लासरूम 8 प्रशिक्षण क्लासरूम एवं 243 छात्रों के ठहरने के लिए एक महिला प्रशिक्षु के लिए सहित 45 कमरे का एक सर्वसुविधा युक्त हॉस्टल है, जिसमे भोजनालय की सुविधा भी उपलब्ध है ।  उसलापुर विद्युत लोकोपायलट प्रशिक्षण केंद्र बिलासपुर, में विद्युत लोको पायलट, सहायक लोको पायलटो को रिफ्रेशर, प्रमोशनल एवं विशेष पाठ्यक्रम तथा आर.आर.बी, प्रशिक्षुओं को आरंभिक पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिया जाता है | वर्ष 2003-04 से वर्ष 2018-19 तक 26,965 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दी गयी एवं वर्ष 2019-20  में भी अब तक 936 प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षित हुए हैं | इन प्रशिक्षार्थियों में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अलावा पूर्व तटीय रेलवे एवं दक्षिण पूर्व रेल्वे के भी प्रशिक्षार्थी सम्मिलित हैं | विद्युत लोको पायलट, सहायक लोको पायलटो के ड्रायविंग तकनीक को सुधारने एवं अन्य तकनीकी पहलुओं की जानकारी व् आदत में शुमार करने के लिए इस प्रशिक्षण केंद्र में अत्याधुनिक WAG 7 सिमुलेटर की स्थापना 15 अगस्त, 2006 में की गयी | यह फ्रांस के द्वारा बनाई गई CORYSTESS के द्वारा COFMOW के सहयोग से एक WAG 7 लोको सिमुलेटर की स्थापना की गई है । जिसकी मदद से सभी लोको पायलटों को कृत्रिम रूप से ट्रेन चलाने का आभास दिलाया जाता है यह वीडियो गेम की तरह है । जिसमे कित्रिम रूप से उन सभी परिस्थितियों को सामने लाया जाता है जो वास्तविक मे इंजन चलाते समय आया करता है, जिसके आधार पर निर्णाय ले कर समुचित रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है । जिसके माध्यम से प्रशिक्षु वास्तविक लोको में बैठने का अनुभव करते हुए उसे चलाने की तकनीक एवं कौशल को और अधिक निखार सकते है |  वर्ष 2019-20 में अत्याधुनिक WAG 9 सिमुलेटर के लिए भी स्वीकृती मिली है, जिसके स्थापित हो जाने से अत्याधुनिक लोको जो अभी भारत में बन रहे है, उनके लिए भी प्रशिक्षण देना सुगम हो सकेगा |  इसके साथ ही साथ यहाँ पीटी क्लास, योगा क्लास, श्रमदान आदि के लिए सेमीनार किया जाता है | समस्त प्रशिक्षुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहाँ सोलर वाटर हीटर, संस्था एवं हॉस्टल में एयर कूलिंग की व्यवस्था, अलग से सिमुलेटर रूम, 24 घंटे पावर सप्लाई बनाये रखने के लिए 100 KVA DG सेट, RO, वाटर कूलर, किचन से निकले वेस्ट से बायो गैस प्लांट, इनवर्टर, 3 फेस सप्लाई कम्प्यूटर के लिए, इसके साथ जिम, लाइब्रेरी, खेल के सामान, मैदान, आडियो / वीडियो की भी सुविधा उपलब्ध है | इसके अलावे विभिन्न प्रकार की जानकारी के लिए रीडिंग मटेरियल भी उपलब्ध कराये जा रहे है |

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