पूरा दिन शरीर रहेगा हल्का-हल्का, नाश्ते में रवा उपमा खाने से मिलेंगे ये लाभ
दिन की शुरुआत रवा उपमा (Rava Upma) के साथ करिए। इसे बनान भी आसान है और यह फैट फ्री भी होता है। यहां जानें, नाश्ते में रवा उपमा खाने से क्या लाभ होते हैं…
नाश्ते में अगर कुछ अच्छा (स्वादिष्ट और हेल्दी) खाने को मिल जाए तो पूरा दिन मूड अच्छा रहता है और आप अपनी प्रॉडक्टिविटी में भी अच्छा परिणाम देखते हैं। बस, जरूर इस बात की है कि हम सभी अपने काम और अपने शरीर की जरूरतों को समझें… लेकिन हममें से ज्यादातर लोग बस यहीं मात खा जाते हैं। आइए, जानते हैं दिन की बेहतर शुरुआत करने में रवा उपमा (Rava Upma) किस तरह हमारी सहायता कर सकता है…
सबसे पहले जानें रवा खाने के फायदे
-दक्षिणी भारत में सूजी को रवा कहा जाता है। उत्तर भारत और हिंदी भाषी राज्यों में सूजी का हलवा जिस तरह आय दिन घरों में बनता है और सभी बहुत चाव से खाते हैं। ठीक इसी तरह सूजी से तैयार उपमा यानी रवा उपमा दक्षिण भारत में बहुत अधिक लोकप्रिय भोजन है।
रवा की खूबियां
-रवा यानी सूजी गेहूं से तैयार होती है। यह फाइबर से भरपूर होती है इसलिए इसे पचाना हमारे पाचनतंत्र के लिए आसान होता है।
-फाइबर धीमी गति से डायजेस्ट होता है इसलिए यह लंबे समय तक हमारे शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है।
-यानी रवा से बना उपमा खाने के बाद जल्दी से भूख नहीं लगती, नींद नहीं आती और आप लंबे समय स्वयं को तक ऊर्जावान महसूस करते हैं।
नाश्ते में रवा उपमा खाने के फायदे
-रवा उपमा तैयार करते समय इसमें मौसमी सब्जियां मिलाई जाती हैं। यानी इसे खाने से आपको संपूर्ण पोषण प्राप्त होता है। सब्जियों से विटमिन्स और मिनरल्स साथ ही रवा से दिनभर के लिए ऊर्जा।
-रवा उपमा बनाने में मूंगफली और ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जाता है। इन्हें खाने से आपको सभी जरूरी अमीनो एसिड्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फॉलिक एसिड और विटमिन्स तथा मिनरल्स की प्राप्ति होती है।
-रवा उपमा फैट यानी वसा और हानिकारक कॉलेस्ट्रोल से पूरी तरह फ्री होता है। इसलिए यह आपके हार्ट की सेहत के लिए भी एक शानदार नाश्ता है। जो हृदय की पंपिंग को सही बनाए रखने और अपने पौषक तत्वों से रक्त का प्रवाह बनाए रखने का काम करता है।
स्वाद से जीता देश का दिल
-रवा उपमा खाने में बहुत अधिक स्वादिष्ट और साथ ही सेहत के गुणों से भरपूर होता है। इसलिए साउथ इंडिया से निकलकर इस फूड ने देश के हर हिस्से और घर में अपनी जगह बना ली है।
– आज के समय में पोहा (मुख्य रूप से मध्य भारतीय आहार) दही चूड़ा (मुख्य रूप से बिहार का भोजन) और रवा उपमा तथा इडली (दक्षिण भारतीय भोजन) अपने-अपने राज्यों की सीमाए पार कर नैशनल फूड बन चुके हैं।
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