मरवाही विस उपचुनाव: अमित के बाद ऋचा जोगी का भी रद्द हुआ नामांकन
जोगी परिवार का आखरी पत्ता भी कोई काम नहीं आया
बिलासपुर। मरवाही विधानसभा उपचुनाव में जोगी परिवार का नामांकन रद्द कर दिया गया है। जाति प्रमाण पत्र मामले में छानबिन समिति ने दोनों का नामांकन रद्द कर दिया है। जिला निर्वाचन कार्यालय में अधिकारी से लंबी बहस हुई। इस दौरान ऋचा व अमित जोगी ने अपने आदिवासी जाति संबंधित प्रमाण पेश नहीं कर पाए। मरवाही विस उपचुनाव में जोगी परिवार के मैदान में होने से भाजपा-कांग्रेस के नेता यहां त्रिकोणी मुकाबला मान रहे थे, लेकिन ऐन वक्त में जोगी परिवार का नामांकन रद्द हो गया है। प्रदेश में हॉट सीट माने जाने वाले मरवाही में कट्टर जोगी समर्थकों के वोट को पलटने के लिए नेताओं ने रणनीति बनाना भी शुरू कर दिया है। मरवाही विधानसभा सीट में जोगी परिवार का 20 वर्षों से कब्जा रहा। जिसे भेदना आसान नहीं था, जाति प्रमाण पत्र के मामले में छानबिन समिति का फैसला आते ही यहां दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।
आदिवासी बाहुल्य वाले क्षेत्र वाले मरवाही विधानसभा सीट को आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित रखा गया है। जोगी परिवार के आदिवासी होने पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। विधानसभा उपचुनाव की तारीख नजदीक आते ही अमित जोगी और ऋचा जोगी द्वारा पेश किए गए जाति प्रमाण पत्र को लेकर यहां संशय की स्थिति बनी हुई थी। नामांकन दाखिल करने के आखरी तारीख को अमित जोगी ने अपना पर्चा दाखिल किया, अपने बी-प्लान के तहत अमित ने ऋचा जोगी का भी नामांकन दाखिल कराया था। आज गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही क्षेत्र के जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष सुनवाई हुई। सबसे पहले अमित जोगी का नामांकन रद्द किया गया, इसके बाद ऋचा जोगी का भी नामांकन रद्द कर दिया गया है। मरवाही विधानसभा उपचुनाव में जोगी परिवार के बाहर होने से पूरे प्रदेश में खलबली मच गई है। जनता कांग्रेस पार्टी के समर्थकों का मनोबल टूट गया है।