अक्टूबर से जून माह तक ली जाने वाली 15 प्रतिशत व्यस्त सीजन शुल्क में रियायत

बिलासपुर.अर्थव्यवस्था पर जोर देने के उद्देश्य से भारतीय रेल ने माल ढुलाई को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है । इन उपायों के अंतर्गत माल परिवहन के भाड़े में ली जाने वाली कुछ सरचार्ज में छूट दी जा रही है । इससे न केवल माल ढुलाई को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि उद्योग जगत के माध्यम से देश की जनता को भी लाभ होगा । इन उपायों का विवरण निम्नानुसार है.
माल ढुलाई की दर में रियायत
1. 1 अक्तूबर से 30 जून के बीच 15 प्रतिशत की दर से व्यस्त सीजन शुल्क पर लगने वाले सरचार्ज को आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया है ।
2. छोटे आकार के कार्गो के लदान के साथ ही सीमेंट, इस्पात, खाद्यान्न और उर्वरकों की लदान को बढावा देने हेतु मिनी और दो पाइंट रेकों के लदान पर 1 अक्तूबर से 30 जून के बीच लगने वाले 5 प्रतिशत पूरक शुल्क को हटाया गया है ।
खाली कंटेनरों और खाली फ्लैट वैगनों की आवाजाही पर छूट
बंदरगाहों तक खाली फ्लैट कंटेनरों की आवाजाही एवं वापसी में कंटेनर ट्रैफिक की लदान को प्रोत्साहित करने के लिए हॉलेज शुल्क में 25 प्रतिशत की छूट दी जा रही है ।
कारोबारी सुगमता तथा डिजिटाइजेशन बढ़ाने के उपाय
रेलवे द्वारा व्यापार का सरलीकरण एवं डिजीटलीकरण करने हेतु रेलवे की रसीदों का इलेक्ट्रॉनिक विधि से प्रेषण (ईटीआरआर) की सुविधा को 1 अगस्त 2019 से पूरे देश में सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है ।
वजन संबंधी सुधार
रेलवे द्वारा निजी साइडिंग में तौल की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है जिससे वजन एवं लोडिंग में लगाने वाले समय में बचत होगी एवं मालगाड़ियों के परिचालन में तेजी आयेगी ।