बिलासपुर के धैर्य की परीक्षा न ली जाये अन्यथा परिणाम बहुत ही बुरा होगा : हवाई सुविधा संघर्ष समिति
बिलासपुर. हवाई सुविधा संघर्ष समिति का 238 वें दिन जारी रहा और बिलासपुर से महानगरों तक उड़ान के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अभी तक सहमति न दर्शाने के कारण नाराजगी व्यक्त की गई। समिति के सदस्यों ने कहा कि बिलासपुर के धैर्य की परीक्षा न ली जाये अन्यथा इसका परिणाम बहुत ही खराब होगा।
आज धरना स्थल से लोरमी के विधायक धरमजीत सिंग ने विमानन मंत्रालय छत्तीसगढ़ के निदेशक एन.एन.एक्का को फोन लगाकर बिलासपुर एयरपोर्ट से महानगरों तक उड़ान शुरू किये जाने के मामले में वस्तु स्थिति की जानकारी मांगी। निदेशक एक्का के द्वारा विधायक को यह जानकारी दी गई कि केन्द्र सरकार बिलासपुर से महानगरों तक उड़ान के रूट की मंजूरी के लिये उड़ान 5.0 योजना तक इंतजार करने के लिये कह रही है और वर्तमान में केवल बिलासपुर भोपाल उड़ान पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। धरमजीत सिंह ने राज्य सरकार को केन्द्र पर और दबाव बढ़ाने का आग्रह किया जिससे की बिलासपुर से महानगरों तक उड़ान शुरू करने के मामले में आ रही बाधाओं को दूर कर दिया जाये। बाद में विधायक धरमजीत सिंह ने केन्द्र सरकार नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री उषा पाढ़ी जो कि उड़ान योजना की इन्चार्ज है, को भी फोन लगाया परन्तु मीटिंग में होने के कारण तुरंत बात नहीं हो पायी।
आज के धरने में शामिल सदस्य प्रीत पाल सिंह, महेश दुबे, शिवा मुद्लियार, देवेन्द्र सिंह, बद्री यादव, रविन्द्र सिंह, अशोक भण्डारी, मनोज तिवारी, ब्रम्हदेव सिंह, समीर अहमद, पप्पू पिल्ले, केशव गोरख, मनोज श्रीवास, सालिकराम पाण्डे, नरेश यादव, नवीन वर्मा एवं अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे। कल 22 जनवरी शाम 5ः00 बजे तारबाहर चौक पर दसवीं नुक्कड़ सभा का अयोजन किया जायेगा इस हेतु उस क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिक और समिति के कार्यकर्ता सक्रिय है।