Bijapur Encounter से पहले खुफिया एजेंसियों ने किया था अलर्ट, IED प्लांट करने की फिराक में थे नक्सली
रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले (Sukma) की सीमा में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए और 30 अन्य जवान घायल हो गए हैं. वहीं 15 जवान लापता हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) सूत्रों के मुताबिक शहीद हुए 5 जवानों में से 2 के शव बरामद कर लिए गए हैं. घायल हुए 30 जवानों में से 23 को बीजापुर और 7 को रायपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
खुफिया एजेंसियों ने किया था अलर्ट
दूसरी तरफ जानकारी मिल रही है कि बीजापुर एनकाउंटर से पहले खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया था. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजापुर, सुकमा ,कांकेर में कैंप कर रहे थे. जिनकी संख्या 200 से 300 बताई जा रही है. सुरक्षाबलों को रिपोर्ट मिली थी कि नक्सलियों के कई डिविजनल कमांडर छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कैंप कर रहे हैं.
आईईडी प्लांट करने का बड़ा प्लान
खुफिया रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि नक्सली छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आईईडी प्लांट करने का बड़ा प्लान कर रहे हैं. खुफिया रिपोर्ट में यह भी जानकारी मिली है कि सुरक्षा बलों के कैंप जो जंगलों की तरफ बनाए जा रहे हैं उनको भी निशाना नक्सली बना सकते हैं. ट्राई जंक्शन पर नक्सलियों के इकट्ठा होने की भी खबर खुफिया एजेंसी ने सुरक्षाबलों को भेजी थी, जिसके आधार पर बड़ा ऑपरेशन लॉन्च हुआ था.
अभियान में शामिल थे 2 हजार जवान
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का भी शव बरामद किया है. राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए हैं तथा 30 अन्य जवान घायल हैं.
जगदलपुर लाया गया जवान का शव
डीआईजी (नक्सल ऑपरेशन) ओ.पी. पाल ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे. नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के एक जवान के पार्थिव शरीर को आज जगदलपुर लाया गया.
मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान
पाल ने बताया कि मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवानों तथा डीआरजी के दो जवानों (कुल पांच जवानों) शहीद हुए हैं. इस दौरान 30 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों में से 7 जवानों का रायपुर के अस्पताल में तथा 23 जवानों का इलाज बीजापुर के अस्पताल में किया गया है. मुठभेड़ में नक्सलियों को भी काफी नुकसान होने की खबर है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुठभेड़ में 5 जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है.
गृह मंत्री ने किया नमन
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने घायल हुए जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए और शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा है, ‘छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं. राष्ट्र उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा. मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है. हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.’
गृह मंत्री ने की सीएम से बात
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल सुकमा-बीजापुर सीमा पर सुरक्षा बलों पर नक्सली हमले के संबंध में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से बात की. सीआरपीएफ के महानिदेशक को स्थिति का जायजा लेने के लिए गृह मंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ जाने के लिए कहा गया है: बता दें, इस वर्ष मार्च माह की 23 तारीख को नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर बस को उड़ा दिया था. इस घटना में बस में सवार डीआरजी के पांच जवान शहीद हो गए थे.